2 करोड़ की जमीन हड़प गए पूर्व तहसीलदार और प्रधान, नौ पर रिपोर्ट दर्ज
लखनऊ, अमृत विचार: मोहनलालगंज के खुझौली गांव में स्थित दो करोड़ की जमीन फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और वसीयत बनाकर हड़प ली गई। इस मामले में पूर्व तहसीलदार और प्रधान समेत नौ पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। जमीन के मालिक मंशा सिंह अविवाहित थे। उनकी मौत के तीन साल बाद फर्जी वसीयतनामा तैयार किया। जिसके आधार पर जालसाज ने अपने रिश्तेदार की मदद से वर्ष 2000 में खसरे में नाम दर्ज करा लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खुझौली के शिव बहादुर सिंह के मुताबिक मंशा सिंह उनके दादा थे। वह अविवाहित थे। उनकी लंबी बीमारी के कारण 22 अक्टूबर 1973 को मौत हो गई। इस संबंध में 1982 में ग्राम प्रधान ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया था। उनके हिस्से की एक बीघा 12 विस्वा भूमि पर कब्जा करने के लिए उन्नाव हसनगंज बल्लूखेड़ा निवासी दिनेश कुमार सिंह ने फर्जी वसीयतनामा एक सादे पेपर पर तैयार करा लिया।
मौत के बाद तैयार किया गया वसीयतनामा
आरोप है कि दिनेश ने जो वसीयतनामा तैयार किया उसमें 1975 में अपनी उम्र तीन वर्ष दिखाई। दिनेश खुद को मंशा सिंह का पोता बताया और कहा कि वह बेटे की तरह सेवा करता था। इसमें गवाही गांव के अयोध्या सिंह, विजय बहादुर सिंह ने दी। वसीयतनामा 29 जुलाई 1975 को तैयार की गई। मंशा सिंह की मौत 22 अक्टूबर 1973 को हो गई। आरोप है कि 29 मार्च 2000 को तत्कालीन ग्राम प्रधान राम पाल ने मंशा सिंह की मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया। दिनेश कुमार सिंह ओवर राइटिंग कर मृत्यु का वर्ष 30 को तीन वर्ष बना दिया।
तहसीलदार बनते ही खसरे में दर्ज कराया नाम
इस कूटरचित वसीयतनामा में गवाह रहे तत्कालीन कानूनगो विजय बहादुर सिंह थे। वर्ष 2000 में वह मोहनलालगंज तहसीलदार पद पर तैनात हुए तो दिनेश का नाम खसरा में दर्ज करने का आदेश दे दिया। नाम दर्ज कराने के बाद 19 वर्ष तक कोई काम नहीं किया। 2019 में तत्कालीन प्रधान रेखा यादव को इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। इस संबंध में जांच और विधिक कार्रवाई के लिए शिकायती पत्र जिलाधिकारी कार्यालय भेजा गया। आरोप है कि मंशा सिंह की जमीन को दिनेश कुमार सिंह ने 50 लाख रुपये रेड रेज विद्यालय राजाजीपुरम के मालिक अभिषेक सिंह को बेच दिया। जमीन की 21 फरवरी 2023 और 20 अक्टूबर 2023 को रजिस्ट्री किया।
तीन माह की जांच के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट
पीड़ित शिव बहादुर ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत एसीपी मोहनलालगंज से 27 अगस्त को की थी। पुलिस ने इस मामले में करीब तीन माह तक हर पहलु की जांच की। इसके बाद एसीपी ने अपनी रिपोर्ट बनाकर डीसीपी दक्षिणी को सौंपी। जिनके आदेश पर सोमवार को दिनेश कुमार सिंह, अयोध्या सिंह, पूर्व तहसीलदार विजय बहादुर सिंह, रेड रेज विद्यालय के मालिक अभिषेक सिंह, वर्तमान प्रधान राजकुमार रावत, चंद्रशेखर यादव पूर्व प्रधान प्रतिनिधि, घनश्याम यादव, मुकेश कुमार, गोविंद पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर मोहनलालगंज अमर सिंह के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
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