लखीमपुर खीरी: आग ने तबाह किया आशियाना, तिरपाल देकर भूला सरकारी तंत्र नहीं ले रहा सुध
समाजसेवियों ने वितरित की राशन किट और बर्तन, भट्टा नयापुरवा गांव में हुआ था भीषण अग्निकांड
मितौली, अमृत विचार। कड़ाके की ठंड के बीच सरकारी तिरपाल के नीचे जीवन गुजारने को विवश अग्निपीड़ितों की मदद को जब प्रशासन सामने नहीं आया तो समाजसेवियों ने आगे बढ़कर उनकी मदद की। बर्तन से लेकर राशन किट का वितरण किया।
मंगलवार की दोपहर बाद ग्राम पंचायत ग्रंट इनायत चीफ के गांव भट्ठा नयापुरवा में अज्ञात कारणों के चलते भीषण आग लग गई थी। इसी बीच चली तेज पछुआ हवा से आग की लपटों ने पल भर में करीब 27 घरों को अपनी आगोश में समेट लिया था। हालात ये थे कि अधिकतर लोग अपने घरों से तिनका भी नहीं निकाल पाए। उनके तन पर जो कपड़े थे, वही बच गए। घरों में रखा राशन, कपड़ा, बर्तन, जेवर, नकदी, कृषि यंत्र, साइकिल, बाइक आदि जलकर नष्ट हो गया था। इससे अग्नि पीड़ित खुले आसमान के नीचे आ गए थे। मौके पर पहुंचे पूर्व राज्यसभा सांसद जुगल किशोर और तहसील प्रशासन ने मदद के नाम पर एक-एक हजार रुपये और एक-एक तिरपाल वितरित किया था। इसके बाद कोई भी सरकारी नुमाइंदा गांव में झांकने तक नहीं आया। अग्निपीड़ित पत्नी व बच्चों के साथ कड़ाके की ठंड में त्रिपाल के नीचे गुजर बसर करने को मजबूर हैं। अनाज और बर्तन जल जाने से उन्हें खाने के भी लाले पड़े हैं। उन्हें उम्मीद थी कि कोई सरकारी मुलाजिम उनकी खैर ख्वाह लेगा, लेकिन तीन दिन का लंबा अंतराल गुजर जाने के बाद भी उनकी मदद के लिए कोई सरकारी कर्मचारी गांव तक नहीं पहुंचा।
मदद को आगे आए समाजसेवी
कड़ाके की ठंड में जूझ रहे अग्निपीड़ितों की हालत देख समाजसेवियों ने उनकी मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाया हैं। गुरुवार का समाजसेवियों की एक टीम गांव पहुंची। और प्रत्येक परिवार को चार-चार थालियां व राशन किट वितरित की। पीड़ितों को राहत सामग्री प्रत्येक 27 परिवार को बर्तन व 4- 4 थाली, व खाद्य सामग्री का वितरण किया है। साथ ही पीड़ितों को आगे भी मदद देने का आश्वासन दिया। इस दौरान सचिन सिंह, नितिन, रजनीश श्रीवास्तव, सरदार अजित सिंह बग्गा, खमरिया प्रधान प्रतिनिधि अनूप राठौर, गुफरान सिद्दीकी, शफीक गाजी आदि समाजसेवी मौजूद रहे।
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