प्रयागराज: अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला की हत्या का विरोध, कड़ी सुरक्षा में हुआ वकील का अंतिम संस्कार
कचेहरी में वकीलों ने बंद किया कार्य, छावनी में तब्दील हुआ कचेहरी परिसर
प्रयागराज, अमृत विचार। शहर के सलोरी इलाके में रहने वाले वकील अखिलेश शुक्ला उर्द गुड्डू की हत्या के बाद शुक्रवार को जनपद न्यायालय में अधिवक्ताओ ने कार्य से बहिस्कार करते हुए विरोध जताया। सुबह से ही अधिवक्ता कचहरी पहुंचे लेकिन कार्य ठप रखा। अधिवक्ताओं का कहना हसी कि बैठक कर निर्णय लिया जायेगा कि आगे क्या करना है।
शिवकुटी थाना के सलोरी इलाके के रहने वाले अधिवक्ता व डेयरी संचालक अखिलेश शुक्ला उर्फ़ गुड्डू की हत्या के बाद सलोरी इलाके में भारी आक्रोश है। इलाके में फोर्स की तैनाती गुरूवार रात को ही कर दी गयी। उधर जनपद न्यायालय में हंगामा और बवाल की आशंका पर कचेहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया। वहां अधिकारी मौके पर तैनात रहे। कचेहरी के आसपास इलाको में भारी फोर्स और आरएएफ तैनात की गयी है। उधर गुरुवार की देर रात वकील का शव लखनऊ से प्रयागराज पहुंचने के बाद मौके पर अधिकारी भी पहुंच गये। शुक्रवार की कड़ी सुरक्षा में मृतक अधिवक्ता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
दो आरोपी भेजे गए जेल
सलोरी में लबे सड़क हुई वारदात के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस ने दो दिन पहले निखिल कान्त सिंह और प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह को गिरफ्तार किया था। वकीलों ने न्यायालय में भी बवाल किया था। जिसमे जमकर बवाल हुआ था। बवाल कर दौरान पुलिश्कर्मियों से भी झड़प हुई थी। जिसमें एक दरोगा भी घायल हुआ था। जिन्हे कलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था। इस घटना में पुलिस ने अब तक निखिल कान्त सिंह पुत्र मान सिंह 26 वर्ष निवासी नरियांव थाना जंहागीरगंज जिला अम्बेडकर नगर, प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह पुत्र जितेन्द्र प्रताप सिहं 48 निवासी रामपुर उदयभान थाना कोतवाली जनपद बलिया शामिल है।
क्या था मामला
प्रयागराज के सलोरी इलाके में अधिवक्ता व डेयरी संचालक अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू और सिंचाई विभाग के ठेकेदार के बींच जमकर विवाद हुआ था। विवाद के दौरान ठेकेदार के साथ तीन गाड़ियों से आए लोगों ने फायरिंग कर दिया था। अखिलेश शुक्ला पर को राइफल की बट्, राड से हमला किएसा गया था। जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े थे। उस वक्त हमलावर उन्हें छोड़कर भाग निकले थे। गंभीर हालत में वकील को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल भेजा गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मेदांता रेफर के लिए रेफर कर दिया था। जहां गुरूवार को वकील की इलाज के दौरान मौत हो गई।
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