यूपी उपचुनाव: अखिलेश के शिकायत पर चुनाव आयोग का एक्शन, सात पुलिसकर्मी सस्पेंड
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने बुधवार को उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मतदाताओं की जांच करने और उन्हें मतदान करने से रोकने संबंधी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए उसके दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा निर्वाचन आयोग से मतदाता पहचान पत्रों और आधार कार्ड की जांच करने वाले उन सभी पुलिस अधिकारियों को वीडियो साक्ष्य के आधार पर निलंबित करने के अनुरोध के बाद आयोग की यह टिप्पणी सामने आई है। इस मामले में सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसमें मुरादाबाद में तीन, कानपुर में दो और मुजफ्फरपुर में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। मुरादाबाद से एक दारोगा और 2 सिपाहियों को हटाया गया, मुजफ्फरनगर से 2 दारोगा निलंबित किए गए हैं और कानपुर से 2 पुलिस वाले सस्पेंड किए हैं।
आयोग के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शिकायतों की पुष्टि के बाद पुलिसकर्मियों को उनके आचरण के लिए निलंबित कर दिया है। उपचुनाव के दौरान कुछ समुदायों को मतदान करने से रोके जाने के संबंध में सपा द्वारा सोशल मीडिया पर की गई शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन अधिकारियों को निष्पक्ष एवं सुचारू मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
अधिकारियों को कहा गया कि वे सभी शिकायतों का तत्काल संज्ञान लें और त्वरित कार्रवाई करें तथा शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया के माध्यम से भी टैग करके सूचित करें। उन्हें चेतावनी दी गई कि किसी भी पात्र मतदाता को मतदान करने से नहीं रोका जाना चाहिए तथा किसी भी प्रकार का पक्षपातपूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि निर्वाचन अधिकारियों को कहा गया है कि शिकायत मिलने पर अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है।