हल्द्वानी: गौला नदी में फावड़े-बेल्चों की खन-खन की तैयारियां शुरू
हल्द्वानी, अमृत विचार। राज्य सरकार से रोड टैक्स बढ़ने की सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद वन विभाग ने गौला नदी के सभी उपखनिज निकासी गेटों पर खनन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वन विभाग ने नदी में खनन की तैयारियों के लिए राज्य सरकार से बजट मांगा था जिसके बाद शासन ने रोड टैक्स बढ़ाने पर सैद्धांतिक स्वीकृति दी है।
गौला नदी में 11 निकासी गेटों से 7,452 वाहनों से खनन होता है। खनन से हर साल सरकार को दो सौ करोड़ का राजस्व प्राप्त होता है। वहीं, खनन में रोड टैक्स से हो होने वाली आमदनी से वन विभाग नदी में खनन की तैयारियां जैसे सीमांकन पिलर्स-तटबंध बनाने, खनन वाहनों की आवाजाही के लिए गेटों पर रैंप व नदी में रास्ता बनाने, सभी गेटों पर 32 कंप्यूटर्स व स्टाफ की नियुक्ति, खाई का भरान, अवैध खनन की रोकथाम के लिए गश्ती दल की नियुक्ति वगैरह करता है।
वर्ष 2022-23 से पूर्व रोड टैक्स 50 पैसे प्रति क्विंटल था, जिसे बाद में 15 पैसे कर दिया था जिस वजह से वन विभाग के पास खनन के लिए पर्याप्त बजट नहीं था। इस सत्र 2024-25 में खनन की तैयारियों के लिए शासन को प्रस्ताव भेजकर तीन करोड़ का बजट मांगा गया था। इसके बाद उच्च स्तर पर एक बैठक हुई जिसमें रोड टैक्स बढ़ाने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इसके बाद वन विभाग ने सभी निकासी गेटों पर खनन की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
गौला में खनन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, जितना भी बजट उसी से सभी गेटों पर सीमांकन पिलर्स बनाने समेत काम किए जा रहे हैं। रोड टैक्स बढ़ता है तो राहत मिलेगी।
= हिमांशु बागरी, डीएफओ तराई पूर्वी वन डिवीजन हल्द्वानी
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