लखीमपुर खीरी: सरकारी व निजी अस्पतालों में परखे आग से निपटने के इंतजाम तो खुली पोल
सीडीओ के सवाल पर बगले झांकते नजर आए सीएमओ व अस्पताल के जिम्मेदार
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद रविवार को जिले के सरकारी एवं निजी अस्पतालों में आग से बचाव के इंतजाम परखे गए। जिला अस्पताल पहुंचे सीडीओ को फायर सिस्टम अलार्म बंद मिलने के साथ अन्य खामियां मिली। इस पर उन्होंने नाराजगी जताकर व्यवस्थाएं जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उधर, सभी एसडीएम और सीएचसी अधीक्षकों ने अपने अपने क्षेत्र के सरकारी व निजी अस्पतालों में जाकर आग से बचाव के इंतजाम देखे।
डीएम के निर्देश पर सीडीओ, जिला अग्निशमन अधिकारी एवं एसडीएम ने सरकारी एवं निजी अस्पतालों में जाकर आग से बचाव इंतजाम देखे। सीडीओ अभिषेक कुमार रविवार को सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता, सीएफओ एआर शर्मा के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। प्रशासनिक टीम ने आग से निपटने के लिए लगाए गए फायर यंत्रों की जांच की। सीडीओ ने स्वयं सेंट्रल फायर सिस्टम को चेक वार्डों में लगे अग्निशमन यंत्रों की क्रियाशीलता और अग्निशमन यंत्रों की एक्सपायरी देखी। बताते हें कि इस दौरान सेंट्रल फायर सिस्टम काफी दिनों से बंद मिला, जिसकी क्रियाशीलता भी बेहतर न मिलने के साथ काफी गंदगी मिली । इस पर सीडीओ ने नाराजगी जताकर सीएमएस को सुरक्षा मानकों का पालन करने के साथ इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्थाएं पुख्ता रखें। बताते हैं कि सेंट्रल फायर सिस्टम में गंदगी मिलने पर सीडीओ के सवाल पर जिम्मेदार बगले झांकते नजर आए। नाराजगी जताकर सीडीओ ने सफाई कराते रहने, समय समय पर क्रियाशीलता चेक करने और पैरामेडिकल स्टाफ को अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने का प्रशिक्षण दिलाते रहने के निर्देश दिए। उधर, एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह ने सीएफओ के साथ निजी अस्पताल अनुपम नर्सिंग होम, गुप्ता नर्सिंग होम, सृजन नर्सिंग होम आदि का निरीक्षण कर सुरक्षा मानक परखे।
सीडीओ की पड़ताल में शनिवार के निरीक्षण की खानापूर्ति उजागर
शनिवार को सदर एसडीएम के नेतृत्व में जिला अग्निशमन अधिकारी एवं सीओ सिटी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। अधिकारियों के मुताबिक इसमें सब कुछ ऑल इज वेल मिला। मगर, रविवार को सीडीओ के निरीक्षण में तमाम खामियां मिली। इसमें सेंट्रल फायर सिस्टम गंदा मिलने के साथ इसकी क्रियाशीलता तक प्रभावित मिली। वहीं फायर अलार्म सिस्टम भी बंद मिला। सीडीओ के सवाल पर अस्पताल प्रशासन का जवाब था कि मरीज के तीमारदार बीड़ी आदि जलाते हैं। इस पर अलार्म बजने लगता था। इसलिए उसे बंद करा दिया। इस पर नाराजगी जताते हुए सीडीओ ने धूम्रपान करने वालों पर अंकुश लगाने और अलार्म चालू रखने के निर्देश दिए।
सीडीओ का अल्टीमेटम दो दिन में कराए फायर सेफ्टी ड्रिल
सीडीओ ने सीएमओ और सीएमएस को दो दिन के भीतर फायर सेफ्टी ड्रिल करने के निर्देश देकर एनआरसी, चिल्ड्रन वार्ड, पीकू वार्ड में विद्युत एवं अग्नि सुरक्षा के इंतजाम परखकर भर्ती बच्चों के बारे में प्रभारी सीएमएस डॉ. आरपी वर्मा से मालूमात की। फायर पंप का जायजा लेकर लीकेज की समस्या ठीक कराने,फायर सेफ्टी उपकरणों की क्रियाशीलता को सुनिश्चित रखने और इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी।
एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीमें करेंगी फॉयर एवं विद्युत ऑडिट
डीएम ने सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों का फॉयर एवं विद्युत ऑडिट कराने के लिए एसडीएम के नेतृत्व में तहसीलवार टीमें गठित की है। इसमें विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियन्ता एवं तहसील स्तर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शामिल है।
जानिए क्या बोले सीडीओ
सीडीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में आग से बचाव के इंतजाम का निरीक्षण करने पर सेंट्रल फायर सिस्टम में जहां गंदगी मिली तो वहीं फायर अलार्म भी बंद मिला। इसके अलावा कुछ अन्य छिटपुट खामियां मिले, जिन्हें ठीक कराने के लिए सीएमओ और सीएमएस को निर्देशित किया गया। इसके अलावा स्टाफ को अग्निशमन यंत्र चलाने का प्रशिक्षण दिलाने के लिए भी कहा है, जिससे जरूरत के समय स्टाफ इसका बेहतर इस्तेमाल कर सके।