हल्द्वानी: सड़क दुर्घटनाओं पर सीएम सख्त, डीजीपी ने दिए निर्देश
हल्द्वानी, अमृत विचार। पहले अल्मोड़ा में 38 और अब देहरादून में हुए सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार सख्त हो गई है। देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसको लेकर बैठक की और सड़क दुर्घटना सुरक्षा नियमावली बनाने के साथ अनुभवी लोगों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए। जिसके बाद डीजीपी भी हरकत में आए और उन्होंने माना का ओवरलोड, नशा और ओवरस्पीड हादसों की प्रमुख वजह है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में बैठक करते हुए निर्देश दिए कि देहरादून से गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिए फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट चलाए जाएं। शराब की दुकानें और बार आदि निर्धारित समय तक ही खुलें। रात्रि गश्त के दौरान एल्कोमीटर के साथ जांच और ओवर स्पीड के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिर्देशक एपी अशुंमन और उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी मौजूद थे।
इस बैठक के बाद डीजीपी अभिनव कुमार ने हाल ही में हुई सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनज़र निदेशक यातायात, दोनों रेंज प्रभारी, सभी एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी किए। कहा, सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में शराब पीकर वाहन चलाना, ओवर लोडिंग, रेड लाइट जम्प करना, नाबालिग का वाहन चलाना, वाहनों से प्रतिस्पर्धा और मोबाइल का उपयोग करना है। उन्होंने निर्देश दिए कि देर रात्रि तक चलने वाले बार-पब के लाइसेंस की जांच करें। सार्वजनिक स्थान पर न्यूसेन्स और शराब पीने व पिलाने वालों पर कार्रवाई करें।
पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाकर पुलिस कंट्रोल रूम से निगरानी करें। चालकों के नशे में पाए जाने पर कार्रवाई कर वाहन को सीज करें। स्पीडोमीटर और रडार गन की मदद लें। बार लाइसेंसधारक होटल, पब व रेस्टोरेंट प्रबंधकों को निर्देश दिए कि नशे में व्यक्ति को व्यवसायिक स्थान से प्रस्थान करने पर वाहन चलाने से रोकें और उनके परिजनों को सूचित करें। यदि परिजनों से संपर्क न हो तो डायल 112 या स्थानीय पुलिस को सूचित करें। ऐसा न करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी भी इसके लिए जिम्मेदार होगा।
कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के चलते जाम में फंसी बसें
गढ़गंगा में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के चलते गुरुवार को दिल्ली से आने-जाने वाली बसें देरी से पहुंची। रुट डायवर्ट होने के कारण बसों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी जिससे वह दो से पांच घंटे तक की देरी से पहुंची। बसों को मुरादाबाद से डायवर्ट किया गया था जिस पर उन्होंने मुरादाबाद-संभल-अनूपशहर-बुलंदशहर से होते हुए दिल्ली का सफर तय किया। इसी तरह दिल्ली से हल्द्वानी के लिए भी इसी रुट का इस्तेमाल किया।
रुट डायवर्ट होने के कारण नैनीताल परिक्षेत्र की 30 से 40 बसें देरी से पहुंची जिस कारण कई यात्रियों की ट्रेन और हवाई यात्रा छूटने के कारण फजीहत हुई। हल्द्वानी डिपो के प्रभारी एआरएम संजय पांडे ने बताया कि रुट डायवर्ट होने के कारण हल्द्वानी डिपो की 20 बसें देरी से पहुंची।
अवैध टूर एंड ट्रैवल एजेंसियों पर कार्रवाई की मांग
शहर में कई टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसियां अवैध रुप से चल रही हैं। जिन पर परिवहन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कुमाऊं महासंघ टैक्सी यूनियन ने इस संबंध में संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने 17 ट्रैवल एजेंसियों की सूची उपलब्ध कराई है जिनका संचालन मानकों के अनुसार नहीं किया जा रहा है।
महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि पूर्व में भी उनकी ओर से इसके लिए लिखित शिकायत की गई थी लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने संदीप सैनी से शीघ्र इस पर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में महासंघ के मुख्य संरक्षक महेश पांडे, उपाध्यक्ष मनोज भट्ट, मुख्य संरक्षक भारत भूषण आदि शामिल थे।
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