तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई दो बच्चों की मां तो पति हो गया नि:संतान, महिला के सच से उड़े सबके होश... पंचायत ने सुनाया बड़ा फैसला

तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई दो बच्चों की मां तो पति हो गया नि:संतान, महिला के सच से उड़े सबके होश... पंचायत ने सुनाया बड़ा फैसला

अमृत विचार, गोरखपुर: महराजगंज में दो बच्चों की मां जब तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो पति के समझ में नहीं आया कि आखिर ऐसा हुआ कैस? पत्नी से इतना प्यार करता था कि उसपर दबाव बनाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। लेकिन उसके पेट में पल रहे बच्चे ने मन में हलचल पैदा कर रखी थी। आखिरकार हिम्मत जुटाकर उसने पत्नी से पूछा। एक दो बार पत्नी ने इधर-उधर की बातें करके टाल दिया। लेकिन पति के पास पूरा तर्क था कि गर्भ का कारण वो नहीं हो सकता। उसके तर्क के आगे पत्नी झुक गई और सच कुबूल दिया। लेकिन यह सच इतना भयानक निकला की इसे जानने के बाद पति नि:संतान हो गया।

महराजगंज के पनियरा थानाक्षेत्र के एक गांव का यह मामला है। यहां रहने वाले एक दंपती के दो बच्चे थे। इसके बाद दोनों ने आगे और बच्चे न पैदा करने का फैसला लेकर पति ने अपनी नसबंदी करवा ली। इसी बीच पत्नी तीसरी बार गर्भवती हो गई। कुछ महीने गर्भ की जानकारी पति हो नहीं हो पाई। लेकिन जब पता चला तो हैरान हो गया। नसबंदी के बाद आखिर उसकी पत्नी गर्भवती कैसे हुई। उसे पत्नी से बेहद प्यार था इसलिए पूछने से डर रहा था। उसे लगा कि पत्नी कहीं उसके सवाल को लांछन न समझ ले। लेकिन इतने झूठ के साथ पूरी जिंदगी काटना मुश्किल लगा तो उसने हिम्मत जुटाकर पत्नी से पूछताछ कर ली। तमाम टालमटोल के बाद पत्नी को सच बताना पड़ा।

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पांच साल से पति से छिपकर प्रेमी से बना रही थी संबंध

पति के सवालों पर पत्नी ने बताया कि दरअसल गांव के ही एक युवक से उसका पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। दोनों अक्सर छिपकर मिलते रहते हैं। प्रेमी से संबंध बनाने के दौरान वह तीसरी बार गर्भवती हो गई। लेकिन इस प्रयास में थी कि पति किसी तरह मान ले कि यह बच्चा भी उसी का है। इसलिए वो इसे ईश्वरीय चमत्कार बताकर पति को झांसे में रखना चाह रही थी।

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दोनों बच्चों की सच्चाई भी सामने आ गई

तीसरे गर्भ का सच सामने आने के बाद पहले पैदा हुए दोनों बच्चों पर भी सवाल उठने लगे। हालांकि इन बच्चों को लेकर पति बेहद खुश था। लेकिन सच जानना जरुरी थी इसलिए मामला थाने पहुंचा तो महिला ने बताया कि यह दोनों बच्चे भी पति के नहीं बल्कि उसके प्रेमी के ही हैं। यह सच जानने के बाद पति ने महिला को दोनों बच्चों के साथ घर से निकाल दिया। बेघर होने के बाद वह बच्चों को लेकर प्रेमी के घर पहुंची तो प्रेमी ने भी उसे अपनाने से इंकार कर दिया। इसपर महिला ने गांव की पंचायत में गुहार लगाई। पंचायत ने सारा सच जानने के बाद प्रेमी पर दबाव बनाया। पंचायत के दबाव में प्रेमी ने महिला से शादी कर ली और इसी के साथ उसका पहला पति नि:संतान हो गया।

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