काशीपुर: 25 नवंबर तक मांगे नहीं मानने पर विकास कार्य रुकवाने की दी चेतावनी
काशीपुर, अमृत विचार। उत्तराखंड के राजकीय ठेकेदारों के एक दिवसीय अधिवेशन में मांग पत्र के सभी 11 बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए भावी रणनीति पर विचार किया गया। कहा गया कि यदि 25 नवंबर तक मांगे नहीं मानी जाती है तो सभी विकास कार्य रुकवा दिये जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से राजकीय ठेकेदारों की समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाई।
शनिवार को रामनगर रोड स्थित एक होटल में कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित देवभूमि ठेकेदार कल्याण समिति उत्तराखंड सम्मेलन हुआ। जिसमें 11 बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई और भावी रणनीति पर विचार किया गया। अधिवेशन के विशिष्ट अतिथि लैंसडाउन से भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत ने कहा कि राज्य के ठेकेदारों की मांगे न्याय संगत है जो शीघ्र ही पूरी होनी चाहिए और इस संबंध में वह खुद भी अपनी सरकार से बात करेंगे।
कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री समस्याओं का अवश्य समाधान करेंगे। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह पुंडीर एवं महामंत्री राजेंद्र सिंह कुंवर ने कहा कि संगठन द्वारा लंबे समय से राज्य के ठेकेदारों की मांगों के लिए संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से आज तक समाधान नहीं हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष पुंडीर ने कहा कि उत्तराखंड यहां के लोगों के लिए बना था, लेकिन स्थानीय लोगों के विकास को कोई प्रमुखता नहीं दी जा रही। जिस कारण पहाड़ से पलायन हो रहा है। यदि स्थानीय ठेकेदारों को छोटे-छोटे टेंडर देकर काम कराया जाए तो पहाड़ पर रहने वाले लोगों को भी रोजगार मिलेगा और पलायन रोकने में भी मदद मिलेगी।
साथ ही विकास कार्य भी तेजी से पूरे होंगे। वहां पर रतन मनी भट्ट, राजेंद्र सिंह मेहरा, हीरा बल्लभ भट्ट, काशीपुर की निवर्तमान मेयर उषा चौधरी, कमलेंद्र चौधरी, मुकेश गोयल, गौरव चौधरी, साजिद नदीम, देवेंद्र पाल सिंह, आशीष रावत, प्यारे सिंह बिष्ट, सुनील चंदेला आदि मौजूद रहे।
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