चंदन हत्याकांड: पिता ने बयां किया दर्द, बोले- आश्वासन मिल रहा, लेकिन न्याय नहीं 

चंदन हत्याकांड: पिता ने बयां किया दर्द, बोले- आश्वासन मिल रहा, लेकिन न्याय नहीं 

कासगंज, अमृत विचार: वर्ष 2018 में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई चंदन गुप्ता की हत्या हल्के-हल्के पहली बनती जा रही है। चंदन के पिता पूरी तरह टूट चुके हैं, उन्हें न्याय की उम्मीद कम दिखाई दी, इसलिए फूट फूट कर रो रहे हैं। लखनऊ से लौट कर आए पिता ने रो रोकर अपना दुख सुनाया। कहा कि हर जगह काम होने का आश्वासन मिल रहा है, लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है और चंदन के बाद रामगोपाल की भी हत्या हो गई। ऐसे में अब तो सभी युवाओं से यहीं अपील करता हूं, जब सहारा नहीं मिले तो अति उत्साहित न हो।

चंदन गुप्ता शहर के नदरई गेट क्षेत्र के रहने वाले देश भक्त थे। शिवालय गली में उनका परिवार रहता है। उनकी मौत तिरंगा यात्रा के दौरान गोली लगने से हुई। शहर के तहसील रोड पर उन्हें गोली मारी गई। मामला तूल पकड़ गया। पूरा शहर सुलगता रहा। कई अधिकारियों पर गाज भी गिरी। मुस्लिम समाज के नामजद आरोपी जेल भी भेजे गए। इस मामले की सुनवाई एटीएस- एनआईए कोर्ट द्वारा लखनऊ द्वारा की जा रही है। 

अंतिम चरण में सुनवाई का फैसला बीती 25 अक्टूबर को होने की उम्मीद थी, लेकिन उससे पहले ही आरोपी पक्ष ने लखनऊ उच्च न्यायालय का सहारा ले लिया। यहां पांच नवंबर को सुनवाई हुई तो 11 नवंबर की तिथि निर्धारित कर दी गई। मायूस होकर चंदन के पिता सुशील कुमार गुप्ता लखनऊ के हजरत गंज में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए। यहां भी उन्हें आश्वासन दिया गया। 

वहां हार थक कर कासगंज वापस आ गए। तब उन्होंने एक वीडियों में कहा कि जब तक सहारा न मिले, तब तक कोई युवा चंदन की तरह उत्साहित न हो, फिर बोले हाल ही में बहराइच में रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई। इससे लगता है कि अति उत्साह में युवा अपनी जान गंवा रहे हैं। उन्होंने न्याय की एक बार फिर उम्मीद लगाई है, कि वे फफक कर रोते हुए बोले की शायद सत्य को अब जीत नहीं मिल रही। बस ईश्वर पर ही भरोसा रह गया है।

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