पुष्पेंद्र हत्याकांड: खाकी से भी नहीं डरता पूरनलाल और उसका परिवार, पुलिस पर कर चुका है हमला

पुष्पेंद्र हत्याकांड: खाकी से भी नहीं डरता पूरनलाल और उसका परिवार, पुलिस पर कर चुका है हमला

बरेली, अमृत विचार : पुष्पेंद्र की हत्या की साजिश में शामिल पूरनलाल और उसके परिजनों का लंबा अपराधिक इतिहास है। सत्ता और दबंगई के बल पर उन्होंने सौ बीघा से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर रखा है। पूरनलाल और उसके परिजन दो बार पुलिस पर भी हमला कर चुके हैं। एक बार तो थानाध्यक्ष को भी फरसा मारकर घायल कर दिया था। इसी कारण इलाके के लोग उसके खिलाफ गवाही देने से डरते हैं।

पोस्टमार्टम हाउस पर गांव के लोगों ने बताया कि पूरनलाल और उसके परिजनों ने बंदूकों के जोर पर गजनेरा में कई लोगों और ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जा कर रखा है। जिन लोगों की जमीन कब्जाई है, वे दहशत के कारण शिकायत करने से भी डरते हैं। कि गांव के आसपास नदी किनारे लगे शीशम के पेड़ भी पूरनलाल बंदूकों के दम पर कटवा लेता है। हालत यह है कि वन विभाग के अधिकारी भी पूरनलाल और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई करने से डरते हैं।

गांव के लोगों ने बताया कि सत्ताधारियों की सरपरस्ती की वजह से वर्ष 2018-19 में कैलाश नदी के पास मढ़ी पर रहने वाले एक साधु पर फरसे हमला कर दिया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने पूरनलाल के घर पर दबिश दी तो आरोपियों ने उन पर भी फरसे से हमला कर दिया था। वर्ष 2011 में पवन ने एक सिपाही और एक होमगार्ड पर धारदार हथियारों से हमला कर उनकी राइफल छीन ली थी। हालांकि बाद में गवाही न होने के कारण कोर्ट ने पवन आदि को बरी कर दिया था।

विनोद हत्याकांड के गवाह संदीप को भी दी धमकी
पुष्पेंद्र के भाई विनोद की हत्या पूरनलाल और उसके परिजनों ने इसलिए की थी क्योंकि उन्होंने प्रधान पद का चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था। गांव में विनोद की साख के कारण पूरनलाल ने उनकी हत्या कर दी। विनोद हत्याकांड में पुष्पेंद्र और संदीप उर्फ संजू गवाह थे। आरोपियों ने पुष्पेंद्र और संदीप को गवाही देने से मना किया था।

दोनों नहीं माने तो पूरनलाल ने जेल में बैठकर सिपिन, विपिन, गौरव, अर्जुन सिंह, सौरव, देवेंद्र, संतोष, ब्रजेश उर्फ ब्रजू और पवन से पुष्पेंद्र की हत्या करा दी। संदीप ने बताया कि पुष्पेंद्र की हत्या के बाद आरोपियों ने गांव पहुंचकर उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी है। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो अधिकारियों ने अपनी सुरक्षा खुद करने और दो-चार लोगों को साथ लेकर चलने को कह दिया।

पुलिस की शह पर करता है अवैध खनन
गांव के लोगों के मुताबिक पुलिस की साठगांठ से पूरनलाल नदी किनारे जमकर अवैध खनन करता है। हर रोज वह खनन से 20 से 25 हजार रुपये की कमाई करता है। डर के कारण गांव के लोग खनन की शिकायत नहीं करते।

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