बदायूं: नौकरी के नाम पर लिए रुपये, बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर रिपोर्ट

साल 2020 में एडेड विद्यालय में नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए थे ढाई लाख रुपये

बदायूं: नौकरी के नाम पर लिए रुपये, बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर रिपोर्ट

बदायूं, अमृत विचार। बीएसए कार्यालय के कुछ कर्मचारियों की कारगुजारी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कुछ दिन पहले एक वरिष्ठ सहायक पर धोखाधड़ी के बाद अब एक दूसरे वरिष्ठ सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नौकरी लगवाने के नाम पर रुपये लेने का मामला सामने आया है। पांच लाख में सौदा हुआ। ढाई लाख रुपये पहले ले लिए। बीएसए से शिकायत करने पर 1.70 लाख रुपये वापस कर दिए लेकिन बाकी के 80 हजार रुपये नहीं दिए। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

थाना मूसाझाग क्षेत्र के गांव हथिनीभूड़ निवासी अजय राठौर पुत्र भगवंत ने तहरीर देकर बताया कि वह बेरोजगार हैं। रोजगार की तलाश कर रहे थे। साल 2020 में उनकी मुलाकात बेसिक शिक्षा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गोविंद पुत्र मेवाराम से हुई। जिसने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक राजीव शर्मा से मिलवाया था। एडेड विद्यालय में नौकरी लगवाने के नाम पर उन दोनों ने अजय राठौर से पांच लाख रुपये मांगे। आधे रुपये नौकरी से पहले और बाकी रुपये नौकरी लगने के बाद देने को कहा। उनकी बात पर भरोसा करके अजय राठौर ने एक अगस्त 2020 ढाई लाख रुपये का इंतजाम किया। जिसमें उन्होंने अपनी मां लीलावती के क्रेडिट कार्ड से दो लाख दो हजार रुपये और 48 रुपये की व्यवस्था घर से की थी। उस दौरान बीएसए कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजमहेश व प्रभाकर वर्धन के सामने गोविंद और राजीव शर्मा को ढाई लाख रुपये दे दिए। काफी समय तक नौकरी नहीं लगी। तो अजय राठौर ने रुपये वापस मांगे। राजीव ने 21 सितंबर 2021 को प्रभाकर के नंबर पर 10 हजार रुपये वापस कर दिए। जिसके बाद राजीव शर्मा बहानेबाजी करते रहे। 27 सितंबर 2022 को अजय राठौर ने बीएसए से शिकायत की। दो दिन बाद राजीव शर्मा ने अन्य लोगों की मौजूदगी में जल्द ही दो लाख रुपये वापस करने की बात कही। अजय राठौर राजी हो गए। जिसके बाद राजीव ने 40 हजार ऑनलाइन और एक लाख 20 हजार रुपये नगद दिए लेकिन ढाई लाख रुपये में बाकी के 80 हजार रुपये अभी तक नहीं दिए हैं। अब राजीव और गोविंद ने उन्हें नोटिस भिजवाया है। आरोप लगाया कि राजीव शर्मा और गोविंद अन्य लोगों को भी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करते हैं। धमकाते हैं कि कहीं भी नौकरी करने लायक नहीं छोड़ेंगे। पुलिस ने वरिष्ठ सहायक राजीव शर्मा और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गोविंद के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वास के हनन और धमकाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज की है।

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