बरेली: एफआईआर कराकर अच्छा नहीं किया, केस वापस नहीं लिया तो जिंदा नहीं छोड़ेंगे
संपूर्ण समाधान दिवस में दुष्कर्म पीड़िता ने शिकायत कर आरोपियों पर धमकाने का लगाया आरोप
अधिवक्ता ने आठ की जगह फैक्ट्री में श्रमिकों से 12 घंटे काम कराने का मुद्दा उठाया, 33 शिकायतें पहुंचीं
बरेली, अमृत विचार। सदर तहसील सभागार में सोमवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में दुष्कर्म पीड़िता को धमकाने और फैक्ट्री में आठ की जगह 12 घंटे काम कराने का मामला पहुंचा। कुल 33 शिकायतें आईं। एसडीएम सदर गोविंद मौर्य ने फरियादियों को समस्या का समाधान कराने को भरोसा दिया।
शहर के एक मोहल्ले की रहने वाली महिला ने शिकायती पत्र देकर बताया कि 17 अगस्त 2024 को प्रेमनगर थाने में दुष्कर्म और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। 22 अगस्त को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने बयान हुए थे। आरोप है कि केस दर्ज होने के बाद आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं। कह रहे हैं कि अगर केस वापस नहीं लिया तो जिंदा नहीं छोड़ेंगे। मुकदमा लिखाकर अच्छा नहीं किया है। आरोप है कि इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
वहीं, जाटवपुरा निवासी अधिवक्ता सतपाल सिंह ने परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एमएस तेजस फूड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री प्रबंधन की शिकायत की। शिकायतकर्ता के अनुसार, फैक्ट्री में सात ठेकेदारों की ओर से काम कराया जा रहा है, जिसमें दो शिफ्टों में करीब 150 श्रमिक काम कर रहे हैं। आरोप है कि फैक्ट्री में आठ घंटे काम करने का प्रावधान है, लेकिन 12 घंटे काम लिया जा रहा है। मेहनताना आठ घंटे का ही दिया जा रहा है। तुलसीपुर गांव निवासी सहादत ने बताया कि उनके खेत के उत्तर में चकरोड न होने की वजह से दिक्कत हो रही है। उन्होंने समस्या का समाधान कराने की मांग की है। फिलहाल, किसी भी समस्या का मौके पर समाधान नहीं हो सका।