कानपुर में एकता हत्याकांड के बाद नए नियम लागू: अब सभी जिम में महिला ट्रेनर रखना होगा अनिवार्य, नियन न मानने पर एनओसी होगी रद
नई एनओसी में महिलाओं के आने पर महिला ट्रेनर रखने की शर्त
कानपुर, अमृत विचार। शेयर कारोबारी की पत्नी एकता गुप्ता की हत्या के बाद पुलिस ने जिमों पर सख्ती बढ़ा दी है। अब सभी जोन में पुलिस जिमों पर नजर रखेगी। जिम में इंट्री व एग्जिट रजिस्टर जरूरी होगा।
जिसे पुलिस कभी भी चेक कर सकती है। इसके अलावा जिमों में दिया जाने वाला एनर्जी ड्रिंक औचक छापा मारकर खाद्य विभाग चेक करेगा। जिम में अगर महिलाएं आती हैं तो जिम में महिला ट्रेनर रखना अनिवार्य होगा।
एडिशनल कमिश्नर (कानून व्यवस्था) हरीश चंदर ने बताया कि अगर जिम में महिलाएं आती हैं तो महिला ट्रेनर रखना होगा। अगर महिला ट्रेनर नहीं होगी तो पुरानी एनओसी रद कर दी जाएगी।
नई एनओसी में इस शर्त को शामिल किया जाएगा कि महिला ट्रेनर रखना होगा। एनर्जी ड्रिंक की जांच खाद्य विभाग कभी भी कर सकता है। सभी जिमों में ट्रेनरों का सत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन के बगैर अगर कोई जिम मालिक ट्रेनर रखेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
नहीं पता चली पुलिस की जांच की दिशा
26 अक्टूबर को एकता का शव ऑफिसर्स क्लब में गड्ढा खोदकर निकाला गया। एकता के पति राहुल ने बताया कि जिम ट्रेनर जेल जा चुका है, घटना को एक सप्ताह हो गया है। अनेक सवाल हैं जिनका उत्तर उन्हें नहीं मिल पाया है।
पुलिस की जांच की दिशा अभी तक तय नहीं हो पाई है। यह तक नहीं तय हो पाया कि एकता की हत्या ग्रीनपार्क में हुई या क्लब में। उन्होंने अभी तक क्लब का फुटेज नहीं देखा है। पुलिस उनसे कुछ न कुछ छिपा रही है। किसी न किसी को तो बचाया जा रहा है। मामले में कई लोग शामिल हैं।
कई साक्ष्य हमने पुलिस को दिए
राहुल गुप्ता ने बताया कि विमल की लोकेशन उन्होंने कई बार पुलिस को बताई थी। बैंक से निकाली गई रकम के बारे में भी बताया। जिस नंबर से विमल अपनी बहन से बात कर रहा था, उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस उन्हें भ्रमित कर रही है। एकता की मां ने उन्नाव विधायक से बात की है, वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर बात करेंगे।
बैंक की गलती से हाथ नहीं आया आरोपी
एकता की हत्या के मामले में पुलिस ने एक और खुलासा किया है कि आरोपी विमल जुलाई में ही पकड़ा जाता, लेकिन बैंक की गलती से पुलिस की जांच की दिशा बदल गई। शहर में जिस एटीएम से विमल ने पैसे निकाले थे बैंक ने उसकी गलत डिटेल दे दी। इस वजह से पुलिस शहर में आरोपी को तलाशने के बजाय पुणे पहुंच गई।