कानपुर में एकता गुप्ता की हत्या का मामला: दर्जनों अनसुलझे सवाल, ऑफिसर्स क्लब के अंदर कैसे पहुंची कार...नहीं बता पाए जिम्मेदार

कार की चौड़ाई 1680 एमएम और गेट 1676 एमएम चौड़ा

कानपुर में एकता गुप्ता की हत्या का मामला: दर्जनों अनसुलझे सवाल, ऑफिसर्स क्लब के अंदर कैसे पहुंची कार...नहीं बता पाए जिम्मेदार

कानपुर, अमृत विचार। ऑफिसर्स क्लब का वह गेट जिससे पुलिस आरोपी विमल की कार अंदर जाने की बात कह रही है, उसकी चौड़ाई 1676 (167.6 सेंटीमीटर) एमएम है। यह गेट बाहर की तरफ खुलता है। जिसके एंगल के कारण करीब तीन इंच चौड़ाई और कम हो जाती है। जबकि विमल की आई 10 कार की चौड़ाई 1680 एमएम (168 सेंटीमीटर) है। 

जब गेट कार से कम चौड़ा है तो कार अंदर कैसे चली गई, ये बड़ा सवाल है जिसका जवाब पुलिस अभी तक नहीं दे सकी है। ऑफिसर्स क्लब के अंदर जाने का अन्य पहलू तलाशें तो यहां दूसरा बड़ा गेट भी है जो साल में सिर्फ सफाई के लिए एक-दो बार ही खुलता है। अंदर जाने के अन्य भी रास्ते हैं, लेकिन वह रास्ते केवल न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों के लिए ही हैं। 

जिलाधिकारी कंपाउंड से लगे ऑफिसर्स क्लब के दो रास्ते हैं। पहला छोटा गेट, जिससे पुलिस आरोपी की कार अंदर जाने की बात कह रही है। इस गेट की जो चौड़ाई है, उससे आई 10 कार के अंदर जाने पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि कार की चौड़ाई गेट की चौड़ाई से ज्यादा है। एक्सपर्ट चालक भी इससे कार नहीं निकाल सकता है। 

क्लब का दूसरा बड़ा गेट दूसरी तरफ है। उसके सामने रहने वाले लोगों का कहना है कि यह गेट सालभर में एक-दो बार सफाई के लिए ही खोला जाता है। बीते कई माह से इस गेट को खुला भी नहीं देखा है। तीसरा एक और रास्ता है, लेकिन वह न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों के लिए है। वहां आम आदमी का आवागमन प्रतिबंधित है।

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