JPC की बैठक में हुए विवाद पर बोले जगदम्बिका पाल: यह अराजकता की पराकाष्ठा है

JPC की बैठक में हुए विवाद पर बोले जगदम्बिका पाल: यह अराजकता की पराकाष्ठा है

लखनऊ। वक्फ संशोधन विधेयक पर मंगलवार को संयुक्‍त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में हुए हंगामे को लेकर समिति के अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद जगदम्बिका पाल ने बुधवार को कहा कि यह घटना ‘अराजकता की पराकाष्ठा’ है और यह सिर्फ सांसद की सुरक्षा का नहीं बल्कि संसदीय परम्पराओं की हिफाजत का भी सवाल है।

पाल ने मीडिया से बातचीत में जेपीसी की बैठक में तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा कथित रूप से हंगामा किये जाने के बारे में कहा, ‘‘यह केवल सांसद की सुरक्षा का सवाल नहीं है, यह सवाल है संसदीय प्रणाली, संसदीय परंपराओं की भविष्य की सुरक्षा का। कल की घटना संसदीय प्रणाली पर, उसके भविष्य पर एक कुठाराघात है और इसने उनपर एक गंभीर प्रश्न लगाया है।’’ 

पाल ने घटना के पीछे साजिश की आशंका के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘साजिश हो या न हो, लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह की हिंसात्मक घटना हुई, वह अराजकता की पराकाष्ठा है। यह कैसे मन में आ गया कि हम एक सांसद होकर बोतल तोड़कर अध्यक्ष पर फेंकें।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘प्रजातंत्र में सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष में रोज विचारों में सहमति असहमति हो सकती है। विपक्ष के आज तक के संसदीय इतिहास में कल पहली बार कांच की बोतल तोड़कर सीधे मेरी ओर फेंकी गयी। इससे उनको भी चोट लगी। सारे विपक्ष के भी सांसद मौजूद थे। वे हतप्रभ थे। अगर वह कहीं मेरे चेहरे पर आकर मेरी आंख पर आकर लगती तो शायद नेत्रदृष्टि चली जाती। वह तो ईश्वर की कृपा है कि मैं बाल-बाल बच गया। बोतल मंच के नीचे सामने गिरी।’’ 

पाल ने कहा, ''आखिर किस बात पर उन्होंने आपा खो दिया। सबसे पहले मैंने बोलने का अवसर दिया। उन्होंने पूरी बात कह ली। उसके बाद पांच सांसदों को भी हमने बुलाया था। अब हम जब सांसदों को सुन रहे हैं, वक्फ बोर्ड, आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को जमीयत-उलेमा-ए-हिंद को सुन रहे हैं, दरगाह कमेटी को सुन रहे हैं। हम 16 बैठकें कर चुके हैं। इतने विस्तार से किसी जेपीसी ने काम किया ही नहीं था। अगर जेपीसी सबसे बातचीत करके कोई रिपोर्ट तैयार कर रही है तो उस पर बलपूर्वक क्यों हिंसा किया जा रहा है।’’ 

उन्होंने कहा कि जेपीसी में उत्तर प्रदेश से सांसद इमरान मसूद, संजय सिंह, रामपुर से सांसद मोहिबुल्ला नदवी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आप इनको फोन करके पूछ लीजिये कि अध्यक्ष जी आपको बोलने देते हैं। अगर वे कह देते हैं कि अध्यक्ष नहीं बोलने देते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।’’ 

पाल ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में लोकसभा अध्यक्ष को बता दिया है। गौरतलब है कि वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर गठित जेपीसी की मंगलवार को हुई बैठक में खासा हंगामा हुआ। तीखा विरोध करने पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्‍याण बनर्जी को अगली एक बैठक के लिए निलंबित कर दिया गया है। 

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