बाराबंकी: मोहब्बत पसंद इंसान थे दादा गजेंद्र सिंह, 12वीं पुण्यतिथि पर किए गए याद

बाराबंकी: मोहब्बत पसंद इंसान थे दादा गजेंद्र सिंह, 12वीं पुण्यतिथि पर किए गए याद

बाराबंकी, अमृत विचार। स्वर्गीय दादा गजेन्द्र सिंह की मोहब्बत पसंद आदमी थे लेकिन न जाने इस मुल्क को किसकी नजर लग गई है जो कौमी एकता व आपसी भाई चारे से महकता हमारा समाज नफरतों के सांचे में ढल गया है। भाई से भाई की दूरियां बढ गईं हैं और एक दूसरे के लिए दिलों में जगह तंग हो गई है। इस मुल्क का हर शख्स सहमा सहमा है।

यह बातें जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मो. मोहसिन ने पूर्व विधायक गजेन्द्र सिंह की 12 वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहीं। वहीं उबैदुल्ला नासिर ने कहा कि गजेन्द्र सिंह के सामाजिक व राजनैतिक सरोकारों का अनुसरण  करना आज के समय की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि नफरत की राजनीति का लाभ तो कुछ लोगों को मिला। उन्हें सत्ता मिल गयी परन्तु इसके चलते देश की क्या हालत हुई है, वह बताने की आवश्यकता नहीं है। आज देश की आर्थिक अवस्था जितनी बिगड़ गई है, इसका एक उदाहरण यह है कि 2014 में जब वर्तमान सरकार सत्ता में आयी तो उस समय देश पर 55 लाख करोड़ का कर्ज था और आज 210 लाख करोड़ का कर्ज है।

वाईएस लोहित ने कहा कि गजेन्द्र सिंह के पिता पुत्र में राजनीतिक विचारों का मतभेद था, लेकिन पिता पुत्र एक साथ रहकर एक दूसरे का सम्मान करते थे। जिला बार के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा, विनय दास, भाकपा के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा आदि ने भी सम्बोधित किया।

इस मौके पर पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन, वीरेन्द्र विक्रम, गजेंद्र सिंह के पुत्र रणधीर सिंह सुमन, प्रवीण, भूपेंद्र समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला टैक्स बार एशोसिएशन के अध्यक्ष पवन कुमार वैश्य ने की।

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