कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में खामियां मिलने पर वार्डन और जिला समन्वयक को हटाने के निर्देश
बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी समेत चार का वेतन रोका
बहराइच, अमृत विचार। जिलाधिकारी ने बुधवार को तेजवापुर में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का में पठन-पाठन की गुणवत्ता की जांच की। खामियां मिलने पर बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी समेत चार का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिला समन्वयक बालिका और वार्डन को हटाने की बात कही।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय तेजवापुर का जिलाधिकारी मोनिका रानी ने औचक निरीक्षण किया। विद्यालय के निरीक्षण के दौरान रसोई घर व छात्रावास के दरवाजे , खिड़की दुरूस्त न पाये जाने, खिड़की की जाली टूटी होने, विद्यालय में सुरक्षा के दृष्टिगत स्थापित किये गये क्लोज़ सर्किट टीवी से सम्पूर्ण विद्यालय की निगरानी न होने तथा बाथरूम में पानी की समुचित आपूर्ति न होने एवं विद्यालय भवन व परिसर की साफ-सफाई संतोषजनक न पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराज़गी जताते हुए शिथिल पर्यवेक्षण व पूर्व में दिये गये निर्देशों का पालन न करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी का वेतन बाधित करने के निर्देश दिये। साथ ही उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराये जाने के भी निर्देश दिये।
आवासीय विद्यालय के कार्यालय के निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्टाक पंजिका, मेनेटेनेन्स पंजिका, लेखा सम्बन्धी पंजिका व पत्रावलियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण से ज्ञात हुआ कि अभी कुछ छात्राओं के ड्रेस की धनराशि प्रेषित नहीं की गई है। जिस कारण कुछ छात्राएं बगैर यूनीफार्म के उपस्थित पायी गईं। यूनीफार्म की धनराशि के प्रेषण में शिथिलता बरतने पर डीएम ने लेखाकार व कम्प्यूटर आपरेटर का वेतन बाधित करने के निर्देश दिये। कक्षा 07 के निरीक्षण के दौरान छात्राओं की अग्रेज़ी, गणित व विज्ञान की कापियों को अवलोकित करने पर पाया गया कि सम्बन्धित टीचरों द्वारा कॉपी की जांच नहीं की गई है।
अंग्रेज़ी की कापी देखने पर कुछ शब्दों की स्पेलिंग भी गलत लिखी हुई मिली। डीएम ने इस कृत को शिक्षण कार्य में शिथिलता मानते हुए निर्देश दिया कि नवीनीकरण करते समय इस बात का भी संज्ञान लिया जाय। शिक्षिकाओं द्वारा बरती जा रही उदासीनता तथा विद्यालय की अन्य व्यवस्थाओं में कमियों को देखते हुए डीएम ने वार्डेन व जिला समन्वयक बालिका को हटाये जाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने रसोई घर तथा स्टोर, बच्चों के लिए तैयार किये गये भोजन तथा खाना तैयार करने में प्रयुक्त होने वाली खाद्य सामग्री का जायज़ा लिया तथा रसोईयों से भी जानकारी प्राप्त की। इसके उपरान्त डीएम ने पुस्तकालय व छात्रावास का निरीक्षण कर बच्चियों के लिए उपलब्ध बेड-बेडिंग इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान शिक्षक और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।