मेरठ में लापरवाह थानेदारों पर SSP का कड़ा एक्शन, तीन पर गिरी गाज

मेरठ में लापरवाह थानेदारों पर SSP का कड़ा एक्शन, तीन पर गिरी गाज

मेरठ। मेरठ में लापरवाह थानेदारों पर एसएसपी ने कड़ी कार्रवाई की है। जहां क्राइम कंट्रोल में विफल हुए तीन थानेदारों ऑनलाइन VC में लाइन हाजिर किया। एसएसपी ने कहा कि किसी भी हाल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

जानकारी के अनुसार जिले के 3 थानेदारों में परतापुर थानेदार इ. जितेंद्र सिंह,भावनपुर थानेदार अजीत शाक्य और रोहटा थानेदार देवेंद्र गौतम लाइन हाजिर हुए। मेरठ जिले में स्थानीय लोगों ने शनिवार को एक युवक का शव जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर रखकर प्रदर्शन किया।  अधिकारियों ने बताया कि मामला रोहता थाना क्षेत्र के बाडम गांव का है। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि कुछ स्थानीय बदमाशों ने उनकी अनुपस्थिति में उनके पुश्तैनी घर की दीवार गिरा दी थी, जिसके सदमे से परिवार के एक सदस्य राहुल (35) की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।

सदर क्षेत्र के उप जिलाधिकारी का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच विवाद बाडम गांव में एक पुश्तैनी घर को लेकर था। उन्होंने बताया कि पीड़ित पक्ष ने घर पर स्वामित्व का दावा किया जबकि आरोपी पक्ष का कहना है कि मकान एक मंदिर की जगह पर बनाया गया था। अधिकारी ने बताया कि आरोपी सोनू के समूह ने कथित तौर पर चार दिन पहले दीवार गिरा दी थी, जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि घटना के कुछ दिन बाद हुई राहुल की मौत को प्रथम दृष्टया स्वाभाविक माना गया और मौत का कारण जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया, “घटना की जांच तहसीलदार को सौंप दी गई है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” 

रोहटा थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) देवेंद्र गौतम ने बताया कि राहुल की मां और छोटे बच्चे मंदिर के पास विवादित मकान में रहते थे था राहुल खुद कंकरखेड़ा में रहता था और चालक का काम करता था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले गांव के कुछ लोगों ने मकान के कुछ हिस्से को गिरा दिया और इस संबंध में गांव के ही सोनू और ग्राम प्रधान समेत 12 से 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 

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