कासगंज: महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाओं की हो रही दुर्दशा, सो रहा पालिका प्रशासन

शहीदों की प्रतिमाओं के पास स्थित है मूत्रालय, उठती है दुर्गंध

कासगंज: महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाओं की हो रही दुर्दशा, सो रहा पालिका प्रशासन

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। नगर पालिका की अनदेखी से महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाओं का अपमान हो रहा है। प्रतिमाओं के समीप बने मूत्रालय से दुर्गंध उठती है। वहीं, गंदगी और आवारा पशुओं के मल-मूत्र से मूर्तियां अटी पड़ी हैं, जिससे लोग शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। कस्बा वासियों ने महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाओं से मूत्रालय अलग हटाने और साफ-सफाई रखने की मांग की है।

नगर पालिका के जिम्मेदार एवं जनप्रतिनिधि महापुरुषों और शहीदों के सम्मान में उदासीन हैं। नगर पालिका कार्यालय के सामने स्थित गांधी पार्क में शहीदों के सम्मान में पालिका प्रशासन द्वारा बनाए गए शिलाफलक और चौक-चौराहे पर महापुरुषों की स्थापित प्रतिमाओं की दुर्दशा देख गौरवान्वित होने के बजाय लोगों को शर्मिंदगी महसूस होती है। जबकि शहीदों के सम्मान में केंद्र सरकार द्वारा "मेरा माटी मेरा देश" अभियान चलाकर सम्मान के लिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, लेकिन आज यह भी धूल और आवारा पशुओं के मल-मूत्र से पटी हुई है। जिन्होंने देश और आने वाली पीढ़ी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। जिनकी प्रतिमाएं सम्मान की प्रतीक होती हैं, उनके कार्यों और बलिदानों को महसूस कराती हैं, वे भी अनदेखी के चलते दुर्दशा का शिकार हैं। ईओ गंजडुंडवारा सुनील कुमार ने कहा कि महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाओं को लेकर पालिका प्रशासन सख्त है। प्रतिमाओं के आस-पास से होने वाली गंदगी को हटाया जाएगा और साफ-सफाई कराई जाएगी। महापुरुषों की प्रतिमाओं का अपमान नहीं होने दिया जाएगा।

ये प्रतिमाएं हैं उदासीनता का शिकार
कस्बे के चौक-चौराहों पर महाराणा प्रताप, डॉ. भीमराव आंबेडकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लगी प्रतिमाएं अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही हैं। पालिका की उदासीनता के चलते सब की सब बदहाल स्थिति में हैं। इनके सम्मान में प्रतिमाएं और शिलाफलक तो लगाए गए, लेकिन जब कोई त्योहार पड़ता है, तब प्रतिमाओं की सफाई कराई जाती है। इनके रूटीन रखरखाव और साफ-सफाई में पालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधि उदासीन हैं।

शहीदों के शिलाफलक के पास स्थित हैं मूत्रालय
हद तो तब होती है जब शहीदों के सम्मान में शिलाफलक को पालिका परिसर के सामने गांधी पार्क के पास बने मूत्रालय के समीप बना दिया जाता है, जिसकी हालत बदतर हो चुकी है। ऐसी स्थिति में मूत्रालय से उठने वाली दुर्गंध वातावरण के साथ शहीदों का अपमान भी करती नजर आती है, जिसको लेकर लोगों में रोष है।