Unnao: इस बार महाकुंभ में प्रदूषित गंगा जल में लगेगी पुण्य की डुबकी...प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी सांठगांठ के चलते सिर्फ नोटिस भेजने तक सीमित

14 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होना है महाकुंभ

Unnao: इस बार महाकुंभ में प्रदूषित गंगा जल में लगेगी पुण्य की डुबकी...प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी सांठगांठ के चलते सिर्फ नोटिस भेजने तक सीमित

उन्नाव, अमृत विचार। गंगा नदी की स्वच्छता बनाए रखने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन, जमीनी हकीकत इससे इतर है। मिश्रा कॉलोनी से इंद्रा नगर व जाजमऊ क्षेत्र तक कई छोटे-बड़े नाले बिना किसी रोक-टोक सीधे गंगा में गिराए जा रहे हैं। 

इससे गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अलावा जिला प्रशासन भी मौन है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब जनवरी माह में प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है तो प्रशासन इसे लेकर गंभीर क्यों नहीं है। 

बता दें कि गंगा नदी जिले के करीब 80 किमी के क्षेत्रफल से होकर गुजरती है। इसमें एक बड़ा भू-भाग गंगाघाट क्षेत्र अंतर्गत आता है। इस क्षेत्र में मिश्रा कॉलोनी से लेकर जाजमऊ स्थित चंदन घाट तक दर्जनों नाले खुलेआम गंगा में गिर रहे हैं। विशेष रूप से मिश्रा कॉलोनी के सैकड़ों घरों का गंदा पानी सीधे गंगा में बहाया जा रहा है। नगर पालिका ने भी इन मकान मालिकों को नोटिस जारी कर कागजी कोरम पूरा कर लिया है। 

Pollution Board Control 1

वहीं इंद्रा नगर क्षेत्र में एक बड़ा नाला भी सीधे गंगा में गिर रहा है। जिसके चलते गंगा का पानी अत्यधिक दूषित हो रहा है। जिला प्रशासन व पालिका समय-समय पर गंगा की स्वच्छता व जागरूकता कार्यक्रमों पर लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं। लेकिन नालों को बंद कराने में उनकी नाकामी दर्शाती है कि योजनाएं केवल कागजों तक सीमित हैं। वहीं, जिले में गंगा को प्रदूषित करने के जिम्मेदारों पर प्रदूषण विभाग द्वारा भी कोई कार्रवाई न किया जाना उनकी संबंधित विभागों से सांठगांठ को दर्शाता है। 

बोले जिम्मेदार… 

अभी बारिश हो रही थी, जिस कारण नाले का पानी सीधे गंगा में गिर रहा था। जल्द ही  बायो रेमिडिएशन विधि से गंगा में गिरने वाले नालों में लिक्विड फॉर्म में मौजूद एंजाइम डाले जाएंगे। जिससे पानी शुद्ध होकर गंगा में जायेगा। जब तक एसटीपी नहीं बन जाता है, तब तक इसी तरह गंदे पानी को रोक जायेगा।- मुकेश कुमार मिश्रा, ईओ-नगर पालिका गंगाघाट

इंद्रा नगर एसटीपी में कार्यदायी संस्था द्वारा सुस्त गति से कार्य कराया जा रहा है। कई बार कार्य में तेजी लाने की हिदायत दी गई है। जल्द ही कार्य पूरा कराया जायेगा।- अंकुर सक्सेना, जेई-जल निगम

महाकुंभ को लेकर तैयारियां चल रही हैं। पालिका और जल निगम को नोटिस भेजी गई है। इसके साथ ही एसटीपी बना रही कार्यदायी संस्था को भी नोटिस भेजी गई है। कार्य विलंबित हो रहा है। महाकुंभ से पहले डकारी एसटीपी नहीं चालू हुआ तो कार्यदायी संस्था के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।- अनिल माथुर, क्षेत्रीय अधिकारी-बोर्ड प्रदूषण उन्नाव

इंद्रा नगर एसटीपी का कार्य भी अधूरा

गंगा को स्वच्छ बनाने के लिये इंद्रा नगर मुन्नू बगिया के पास 3 बीघा 8 बिस्वा जमीन पर 28 करोड़ की लागत से एसटीपी का कार्य वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। लगभग पांच साल होने के बावजूद अभी कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जो छह सालों में अभी तक पूरा नहीं हो सका और कछुए की गति से कार्य हो रहा है। 

डकारी एसटीपी भी नहीं हो सका चालू 

नमामि गंगे परियोजना के तहत डकारी गांव में 38 करोड़ से 15 एमएलडी का कानपुर रीवर मैनेजमेंट प्रा. लि. संस्था की ओर से पांच साल पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य शुरू कराया गया था। एसटीपी का कार्य पिछले वर्ष जनवरी माह में पूरा होना था। लेकिन समय अवधि पूरी होने के बाद भी कार्य पूरा नहीं हो सका। अभी कितना समय चालू होने में लग सकता है, इसका भी विभाग के पास जबाव नहीं हैं।

महाकुंभ स्नान में पहुंचेगा दूषित पानी

मिश्रा कॉलोनी से लेकर जाजमऊ चंदन घाट तक कई छोटे-बड़े नाले सीधे गंगा में गिर रहे हैं। जो आगे होने वाले महाकुंभ के शाही स्नान के लिये दूषित पानी गंगाघाट क्षेत्र से पहुंचेगा।

इन तारीखों को होगा महाकुंभ का शाही स्नान

14 जनवरी 2025, मकर संक्रांति
29 जनवरी 2025, मौनी अमावस्या
3 फ़रवरी 2025, बसंत पंचमी
12 फ़रवरी 2025, माघी पूर्णिमा
26 फ़रवरी 2025, महाशिवरात्रि

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