Unnao: जेबें तो भर गईं ‘हुजूर’, सूखकर गिरने लगे लाखों के ‘खजूर’ ...पेड़ लगाने के नाम पर पालिका जिम्मेदारों ने किया लाखों का खेल
नगर पालिका द्वारा डिवाइडर पर लगाए गए खजूर के पेड़ हो रहे धराशायी
उन्नाव, अमृत विचार। शहर को खूबसूरत बनाने की मंशा से फोरलेन के डिवाइडर पर लाखों की लागत से खजूर के पेड़ लगाने के दौरान नगर पालिका के जिम्मेदार यह भूल गए कि भ्रष्टाचार में लिपटे इन खजूर की जड़ें अधिक गहरी नहीं हैं और यह कभी भी धराशायी हो सकते हैं। और हुआ भी यही, कुछ ही दिनों में लाखों के खजूर भ्रष्टाचार की जमीन छोड़कर उखड़ने लगे हैं। अब इसे लेकर जिम्मेदार तरह-तरह की बातें बताते हुए ठेकेदार पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं।
बता दें कि नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत गांधी नगर तिराहे से अकरमपुर तक उन्नाव-शुक्लागंज फोरलेन पर बने डिवाइडर पर पालिका द्वारा कुछ समय पहले लाखों की लागत से खजूर के करीब 400 पेड़ लगवाए गए थे। इस रोड के नीचे ब्रितानी हुकूमत में बनी रोड के अवशेष होने से इन पड़ों को अधिक गहराई तक गड्ढा खोदकर नहीं लगाया जा सका है।
जिससे यह पेड़ अभी से सूखकर गिरने लगे हैं। जो मार्ग पर आवागमन करने वाले वाहन सवारों की जान के लिये खतरा बनने के साथ इन्हें लगाने में पालिका के जिम्मेदारों द्वारा किये गए भ्रष्टाचार को भी उजागर कर रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त यह खजूर भले ही अधिक समय तक न चल सकें लेकिन, इन्हें लगवाने में पालिका के जिम्मेदारों की जेबें जरूर खूब भरी गई हैं। हालांकि, इसे लेकर पालिका के जिम्मेदार इस पूरे मामले को लेकर संबंधित ठेकेदार पर ठीकरा फोड़ रहे हैं।
करोड़ों की लागत से लगी लाइटें भी हैं गुल
फोरलेन पर बने डिवाइडर पर खजूर के पेड़ तो जमींदोज हो ही रहे हैं। इसके साथ ही इस डिवाइडर पर करोड़ों की लागत से लगाई गई लाइटें भी गुल हैं। जिससे पूरी रोड पर शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है।
बोले जिम्मेदार…
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रवीण मिश्र भानू ने बताया कि उन्नाव-शुक्लागंज फोरलेन पर कहीं भी पेड़ गिरे नहीं हैं। जो पेड़ चले नहीं या किसी कारण से खराब हो गये हैं। उन्हें हटाकर नये पेड़ लगाये गये हैं। इन पेड़ों की देखरेख की दो साल तक की जिम्मेदारी संबंधित संस्था की है।
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