शाहजहांपुर: दलित का दरवाजा नहीं लगने दे रहे दबंग, भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन

हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, कोतवाल के आश्वासन पर माने

शाहजहांपुर: दलित का दरवाजा नहीं लगने दे रहे दबंग, भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन

जलालाबाद, अमृत विचार। घर में घुसकर मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और दलित के दरवाजे पर गेट लगवाए जाने की मांग को लेकर भारत परिषद और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में जोरदार प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन एवं एक जनप्रतिनिधि के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोतवाली के आश्वासन के बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
 
गांव नौगवां में मजरा रौली-बौरी निवासी पीड़िता सरला देवी के समर्थन में भारत परिषद और भीम आर्मी के कार्यकर्ता संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन देने  के लिए सोमवार सुबह करीब 11 बजे तहसील पहुंच गए, जहां कोई भी तहसील स्तरीय अधिकारी उस समय मौजूद नही था, तब कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए दरी बिछाकर वहीं बैठ गए। सूचना मिलने पर कोतवाल  प्रदीप कुमार रॉय मय फोर्स के तहसील पहुंच गए और धरना प्रदर्शन करने वालों से वार्ता कर धरना समाप्त करने को कहा लेकिन वह लोग धरना समाप्त करने को तैयार नहीं हुए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि आठ दिन पहले सरला देवी पत्नी रामकुमार के घर में घुसकर मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी और सरला देवी के मकान का गेट नहीं लगवाया जाएगा, तब तक वह लोग ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे। शाम करीब तीन बजे कोतवाल ने एक बार फिर प्रयास करते हुए धरना दे रहे लोगों से वार्ता की और उन्हें आश्वासन दिया कि मंगलवार को मकान का गेट लगवा दिया जाएगा। इसके बाद लोग मान गए और धरना समाप्त कर दिया। धरना प्रदर्शन के दौरान तेजपाल कठेरिया, प्रेमपाल, अखिलेश, रामसरन, आदेश कुमार, गौतम धानुक, सरला देवी, रावेन्द्री, गीता, प्रेमकन्या सीमादेवी आदि लोग मौजूद रहे। कोतवाल प्रदीप कुमार राय ने बताया कि पीड़ित परिवार को बता दिया गया है कि दशहरा पर्व की वजह से पुलिस सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर व्यस्त थी, अब मंगलवार को अधिकारियों के निर्देश के आधार पर गेट लगवाने की कार्रवाई की जाएगी।

जनप्रतिनिधि पर लगाए गए आरोप
धरना प्रदर्शन के दौरान सरला देवी ने बताया कि उसके पड़ोसी मकान का गेट नहीं लगने दे रहे हैं, वह अनुसूचित जाति की हैं, इसलिए पड़ोसियों ने मकान का गेट लगाने से रोक रखा है। पीड़िता ने बताया कि आठ दिन पहले पड़ोसी ने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर घर में घुसकर जाति सूचक गालियां देते हुए लाठी-डंडों से मारपीट की थी। घटना के बाद वह जलालाबाद कोतवाली में तहरीर देने पहुंची तो वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरोप है कि एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर पुलिस कार्रवाई करने से पीछे हट गई।

शनिवार को एसडीएम ने किया था मौका मुआयना
सरला देवी के मकान के गेट को लेकर हो रहे विवाद पर शनिवार को एसडीएम आनंद उत्सव, नायब तहसीलदार रोहित कटियार और लेखपाल के साथ मौका मुआयना करने पहुंचे थे और पीड़ित परिवार को दशहरा पर्व की छुट्टी के बाद गेट लगवा देने का भरोसा दिया था। वहीं पीड़ित परिवार का कहना था कि दूसरे पक्ष के साथ पुलिस मिली हुई है।