किच्छा: निकाह के ढाई साल बाद विवाहिता ने मायके में लगी ली फांसी
किच्छा, अमृत विचार। पुलभट्टा थाना अंतर्गत क्षेत्र में दो माह से मायके रह रही विवाहिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। विवाहिता की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है।
बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच करीब 2 महीने से विवाद चल रहा था। लगातार दो दिन से चल रही पंचायत में ससुराल पक्ष द्वारा पीड़िता व उसके परिजनों को अपमानित करने का गम विवाहिता बर्दाश्त नहीं कर पाई और फांसी लगा सी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद ससुराली घर में ताला लगाकर फरार हो गए। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली अंतर्गत ग्राम मलपुरा निवासी हनीफ अहमद ने अपनी पुत्री 23 वर्षीय शमरीन का निकाह ढाई वर्ष पूर्व पुलभट्टा थाना अंतर्गत ग्राम सिरौली निवासी नदीम के साथ किया था। आरोप है कि निकाह के बाद से ही सास मरियम, पति नदीम एवं देवर शादाब द्वारा दहेज के लिए पीड़िता शमरीन को प्रताड़ित करने लगे। परेशान शमरीन 2 माह पूर्व सिरौली कला स्थित अपने मायके आ गई। मलपुरा आजाद नगर के पूर्व ग्राम प्रधान राजकुमार कोहली ने बताया कि विगत रात्रि तथा चार दिन पूर्व दोनों पक्षों को साथ बिठाकर विवाद निपटाने का प्रयास किया गया लेकिन पंचायत के दौरान ससुराल पक्ष ने पीड़िता व उसके परिजनों को भरी पंचायत में कई बार अपमानित किया।
जिसके चलते कोई फैसला नहीं हो पाया। परिजनों के अनुसार पंचायत के बाद शमरीन गुमसुम रहने लगी और सदमे में चली गई। उन्होंने बताया कि रविवार की दोपहर परिजन शहर से बाहर गए थे। दोपहर जब लौटे तो घर के अंदर शमरीन का शव फंदे से लटकता देखा। सूचना पर उप निरीक्षक नीलम मेहरा मौके पर पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष द्वारा 5 लाख रुपये की मांग कर शमरीन को प्रताड़ित किया जा रहा था। अपमानित किए जाने से शमरीन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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