रतन टाटा के निधन से शोक में डूबा UP, लखनऊ और वाराणसी समेत कई शहरों और कस्बों में हुआ शोक सभा का आयोजन

रतन टाटा के निधन से शोक में डूबा UP,  लखनऊ और वाराणसी समेत कई शहरों और कस्बों में हुआ शोक सभा का आयोजन

लखनऊ। देश के लोकप्रिय उद्योगपति रतन टाटा के निधन से समूचे उत्तर प्रदेश में शोक की लहर है। शहर, गांव और कस्बों में लोग श्री टाटा के औद्योगिक और सामाजिक क्षेत्र में दिये गये अतुलनीय योगदान को याद कर उन्हे भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित कर रहे हैं। राजनेता और उद्योगपति से लेकर आम आदमी देश की अजीम हस्ती के निधन से व्यथित है।

 सोशल मीडिया में भी शोक व्यक्त करने वालों की लंबी फेहरिस्त है। लोग अपने अपने तरीके से देश के लोकप्रिय उद्योगपति को श्रद्धाजंलि अर्पित करने में लगे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने पद्मविभूषण श्री टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट किया “ भारत के प्रख्यात उद्योगपति, 'पद्म विभूषण' श्री रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे। उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था। वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों और प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति।” 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर कहा “ जिन्होंने सिखाया कैसे उसूलों के साथ कारोबार किया जाता है, अपने लाभ को कल्याण के लिए लगाया जाता है, ऐसे महान रतन टाटा जी का जाना इतिहास के एक पन्ने का पलट जाना है। भावभीनी श्रद्धांजलि।” 

विधानसभा अध्यक्ष ने वर्ष 2018 में श्री टाटा के साथ अपनी मुलाकात को तस्वीर के जरिये साझा करते हुये कहा “ वर्ष 2017- 2018 में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास के सम्बंध में चर्चा हेतु स्वर्गीय श्री रतन टाटा जी से भेंट हुई थी। उन्होंने उस समय उत्तर प्रदेश में तत्प्रस्तावित रक्षा औद्योगिक गलियारे पर वृहद एवं सकारात्मक चर्चा की। श्री रतन टाटा जी सच्चे अर्थों में उद्यमिता के पर्याय थे। आपके देश के औद्योगिक विकास में निःस्वार्थ भाव से देश के लिए किए गए योगदान को हम भारतीय सदियों तक याद रखेंगे। आपको सादर नमन। ॐ शांति।”

लखनऊ, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, वाराणसी समेत तमाम शहरों और कस्बों में श्री टाटा के निधन पर शोक सभा का आयोजन कर उन्हे श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी। अमरोहा से प्राप्त रिपार्ट के अनुसार वक्ताओं ने कहा कि उद्योग जगत को सामाजिक कलेवर प्रदान करने वाले तथा सहजता की प्रतिमूर्ति रतन टाटा नैतिकता की आखिरी मिसाल थे। मंडी धनौरा में समाजसेवी डॉ बी एस जिंदल द्वारा जिंदल हाउस पर आयोजित शोक सभा में प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा द्वारा आम आदमी के लिए नैनो कार का उत्पादन करने तथा ग्रामीण पृष्ठभूमि के लाखों किसान युवक-युवतियों को रोज़गार उपलब्ध कराने के उनके योगदान को याद करते हुए शोक व्यक्त किया गया।

इस अवसर पर ग्राम दरियापुर में स्थित किसान भवन में आयोजित शोक सभा में भाकियू संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि अपनी तमाम समृद्धि और वैभव के बीच सादगी, सहजता और संवेदनशीलता की मिसाल माने जाने वाले रतन टाटा ने भारतीय जनमानस ने एक ऐसी जगह बनाई थी जो इससे पहले किसी उद्योगपति को हासिल नहीं थी। किसान नेता चौधरी विजयवीर सिंह ने कहा कि कीर्ति शेष रतन टाटा में यह देखा कि वो आर्थिक सफलताओं के साथ भी नैतिक रहे, उद्योग जगत में नैतिकता की यह आखिरी मिसाल है। रतन टाटा का चले जाना राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उन्हें देश कभी भूल नहीं पाएगा क्योंकि उन्होंने देश के लिए एक से बढ़कर एक काम किए हैं।

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