गजब का खेल, मृतक के सरेंडर राशनकार्ड से उठ रहा हर माह राशन
महिला के मृत होने के बाद परिजन ने आपूर्ति कार्यालय में जमा किया था राशनकार्ड
लखनऊ निवासी नितिन रस्तोगी का यूनिट में नाम जोड़ लिया जा रहा अनाज
बाराबंकी, अमृत विचार : राशन कार्ड मुखिया की मौत के बाद परिवार के लोग कार्ड को आपूर्ति कार्यालय में जमा कर दिया था। उसके बाद से कार्ड में किसी अज्ञात यूनिट को विभाग के द्वारा जोड़ दिया गया।और वह अज्ञात करीब एक वर्ष से सात यूनिट का खाद्यान्न पोर्टेबिलिटी के माध्यम से मुफ्त में उठा रहा है। मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
हरख ब्लाॅक के सोहिलपुर ग्राम पंचायत की राशन कार्ड मुखिया ननकी देवी का गांव में ही पात्र गृहस्ती कार्ड बना हुआ था। जिसमे पति पुनवासी, पौत्र आशीष कुमार, पौत्री अंजलि व मानसी समेत कार्ड में सात यूनिट कार्ड में दर्ज़ थे। राशन कार्ड मुखिया की करीब एक वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। जिस कारण परिवार के लोग कार्ड को आपूर्ति कार्यालय नवाबगंज में जमा कर दिया था। उसके बाद से आपूर्ति विभाग की साठ गांठ के चलते इसी राशन कार्ड में लखनऊ के नितिन रस्तोगी के नाम से यूनिट बढ़ा दिया गया और वह करीब एक वर्ष से 6 यूनिट का करीब 30 किलो खाद्यान्न हर महीने पोर्टेबिलिटी के जरिए ले रहे हैं।
बताते है कि राशन कार्ड मुखिया ननकी देवी की बहू चंद्रावती राशन कार्ड बनवाने के लिए जन सेवा केंद्र पर पहुंची थी। लेकिन उसका ऑनलाइन के दौरान आवेदन नहीं हो रहा था। तो पता चला की राशन कार्ड पहले से ही जारी है। जिस कारण बहू का ऑनलाइन आवेदन भी नहीं हो सका। और जन सेवा केंद्र से ही जानकारी मिली की लखनऊ के नितिन रस्तोगी का कार्ड में यूनिट जुड़ा हुआ है। आपूर्ति विभाग की साठ गांठ के चलते खामियाजा अन्य लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पूरे मामले की शिकायत डीएम से की गई। डीएम ने मामले के जांच के आदेश दिए है। जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार तिवारी ने कहा है कि मामला संज्ञान में आया है आपूर्ति निरीक्षक को जांच के लिए आदेश दिए गए। जांच के बाद संबंधित के खिलाफ कार्यवाही के साथ ही खाद्यान्न की रिकवरी कराई जाएगी।