बम निरोधक दस्ते ने खंगाला बेलसरडीहा गांव, विस्फोट मामले में 6 पर एफआईआर 

बम निरोधक दस्ते ने खंगाला बेलसरडीहा गांव, विस्फोट मामले में 6 पर एफआईआर 

गोंडा, अमृत विचार : बेलसरडीहा गांव में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट की घटना के बाद मंगलवार को बम निरोधक दस्ते ने पूरे गांव को खंगाला और हादसे की गहनता से पड़ताल की। दस्ते के साथ फील्ड यूनिट और फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की छानबीन कर साक्ष्य जुटाए‌। वहीं इस मामले में   ‌पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। रिपोर्ट तरबगंज थाने के उपनिरीक्षक सुभाष वर्मा की तरफ से दर्ज कराई गई है।‌ एफआईआर में फैक्ट्री संचालक इशहाक समेत कृष्ण कुमार, आकाश, अय्यूब, अयाज व आजाद को नामजद किया गया है‌। इनमें से आकाश, अय्यूब व अयाज की मौत हो चुकी है जबकि इशहाक व कृष्ण कुमार का लखनऊ में इलाज चल रहा है‌।  

सोमवार को बेलसर बाजार से सटे बेलसर डीहा गांव में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गयी थी। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सभी को लखनऊ के केजीएमसी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है‌ घायलों में शामिल एक 12 वर्ष के किशोर अयास ने देर रात मे दम तोड़ दिया। वहीं फैक्ट्री संचालक इशहाक व कृष्ण की हालत‌ अभी भी नाजुक बताई जा रही है। दोनों 70 फीसदी से अधिक झुलसे हैं। उधर घटना के दूसरे दिन बेलसर डीहा गांव में सन्नाटा पसरा रहा। मृतकों के परिजन गम में डूबे रहे। बाजार में भी इसी विस्फोट की चर्चा होती रही। हर एक की जुबां पर बस एक ही बात थी कि पुलिस को फैक्ट्री की पूरी जानकारी थी। अगर समय रहते इस पर कार्रवाई होती तो यह घटना नहीं होती। 

जिस तरह से इस मामले में पुलिस की किरकिरी हो रही है उससे एसपी विनीत जायसवाल खासे नाराज हैं। उन्होने रगड़गंज चौकी प्रभारी सुनील तिवारी समेत बीट कांस्टेबल गौरव मिश्र व कृष्णदेव को निलंबित कर दिया है। जबकि तरबगंज थाने के पुलिसकर्मी भी एसपी के निशाने पर हैं। पूरे घटना के जांच की निगरानी भी खुद कर रहे हैं। मंगलवार को पुलिस टीम बेलसर डीहा गांव में डटी रही। डॉग स्क्वायड व फॉरेंसिक टीम के साथ बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल व उसके आसपास जांच पड़ताल की। पुलिस की टीमें मामले की जांच के लिए गांव की खाक छानती रहीं। डॉग स्क्वायड व फॉरेंसिक टीम के साथ बम निरोधक दस्ते ने भी घटनास्थल समेत पूरे इलाके को खंगाला और सबूत जुटाए। जांच टीम ने पीड़ित परिवारों का बयान दर्ज किया और गांव के लोगों से भी पूछताछ की। पुलिस इस बात की भी छानबीन कर रही है कि कहीं यह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी तो नहीं हो रही थी।