मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल पहुंचे शाहिद कपूर और उनकी पत्न मीरा, क्या करवाने वाले हैं बच्चों का एडमिशन!
मसूरी, अमृत विचार। बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर पत्नी मीरा के साथ मसूरी पहुंचे और वुडस्टॉक स्कूल में कुछ समय बिताया। शाहिद ने यहां स्कूल में बच्चों के हॉस्टल सहित क्लास रूम आदि का जायजा लिया। इस दौरान स्कूल के स्टॉफ सहित अन्य लोगों ने उनके साथ फोटो खिंचवाई, शाहिद केवल एक दिन के लिए मसूरी पहुंचे थे।
वहीं शाहिद का केवल एक दिन के लिए स्कूल आने के पीछे के कारणों की बात करें तो सूत्रों के मुताबिक वे अपने बच्चों मीशा और जैन का यहां एडमिशन करवा सकते हैं। बहरहाल आपको बता दें कि वुडस्टॉक स्कूल आजादी के पहले का सबसे पुराना बोर्डिंग स्कूल है।
250 एकड़ में बने इस स्कूल में दाखिला लेना आसान नहीं है। महंगी फीस ही नहीं इसकी कई सारी खासियत भी हैं, जो इसे बेहतर बनीती हैं। इस स्कूल से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भारतीय अभिनेता टॉम ऑल्टर सहित मशहूर राइटर नयनतारा सहगल, फिल्म मेकर रूचि नरैन, मशहूर राइटर स्टीफन ऑल्टर समेत कई हस्तियां इस स्कूल के स्टूडेंट रह चुके हैं।
इस स्कूल में कक्षा 6वीं से 12वीं तक छात्र-छात्राओं का प्रवेश होता है। प्रवेश प्रक्रिया लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के जरिए संपन्न होती है। कक्षा 6वीं में दाखिले के लिए आवेदन करने के लिए छात्र की उम्र 31 जुलाई तक 11 वर्ष होनी चाहिए। भारत के सबसे महंगे स्कूल में सालाना फीस 15 से 17 लाख रूपया है।
यही नहीं एडमिशन के वक्त छात्रों से सिक्योरिटी के तौर पर 6 लाख रूपये लिए जाते हैं। इसमें से 4 लाख नॉन-रिफंडेबल होता है, जबकि 2 लाख रूपये को रिफंड कर दिया जाता है। वहीं अगर हम क्लास वाइज सालाना फीस को देखें, तो 6वीं से 8वीं तक 16.70 लाख रूपये है। 9वीं-10वीं के लिए 17.28 लाख रूपये हैं। जबकि 11वीं और 12वीं के लिए 18.53 लाख रूपये है।
वुडस्टॉक एशिया के सबसे पुराने आवासीय स्कूलों में से एक है, जो आज भारतीय ईसाई अल्पसंख्यक स्थिति के साथ एक निजी गैर-लाभकारी संस्था के रूप में काम कर रहा है। यह मिडिल स्टेट्स एसोसिएशन द्वारा पूरी तरह से मान्यता प्राप्त है, जो 1960 में मान्यता प्राप्त करने वाला एशिया का पहला स्कूल है।
साल 2019 में वुडस्टॉक स्कूल को आधिकारिक तौर पर आईबी मिडिल इयर्स प्रोग्राम (MYP) और डिप्लोमा प्रोग्राम (DP)दोनों के लिए पूर्ण प्राधिकरण के साथ एक इंटरनेशनल बैकलॉरिएट (IB) वर्ल्ड स्कूल के रूप में मान्यता दी गई थी। पढ़ाई के साथ स्कूल में बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, रॉक क्लाइम्बिंग, तैराकी, जिम्नास्टिक, एथलेटिक्स, क्रिकेट, क्रॉस-कंट्री, रोड रनिंग, फील्ड हॉकी, व्यक्तिगत फिटनेस, फुटबॉल (सॉकर), स्क्वैश और वॉलीबॉल खेल का भी प्रशिक्षण छात्रों को दिया जाता है।
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