सितारगंज: मिंडा कंपनी जेल में लगा रही प्लांट, 130 कैदी बनाएंगे ऑटोमाबाइल में प्रयोग होने वाली वायर हार्नेस

सितारगंज: मिंडा कंपनी जेल में लगा रही प्लांट, 130 कैदी बनाएंगे ऑटोमाबाइल में प्रयोग होने वाली वायर हार्नेस

सितारगंज, अमृत विचार। केंद्रीय कारागार एवं संपूर्णानंद शिविर के कैदियों के लिए खुशखबरी हैं। जेल में मिंडा कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी 130 वर्कर की क्षमता वाला प्लांट स्थापित कर कैदियों को वर्कर बनाकर ऑटोमोबाइल में प्रयोग होने वाली वायर हार्नेस का उत्पादन करेगी। जेल अधीक्षक अनुराग मलिक की इस पहल को सराहा जा रहा है।
 
उनका मकसद है कि जेल से छूटने के बाद कैदियों को समाज में रोजगार मिल सके है, तथा समाज की मनोवृत्ति भी कैदियों के प्रति सकारात्मक रहे। सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक अनुराग मलिक ने गुरुवार को मिंडा कॉरपोरेशन लिमिटेड फैक्ट्री के मेंटेनेंस हेड गौरव के साथ जेल के भीतर प्लांट शुभारंभ से पूर्व विधिवत भूमि पूजन किया। कारागार के भीतर मिंडा कॉरपोरेशन प्लांट स्थापित होने के बाद जेल में उम्र कैदी, विचाराधीन कैदी कंपनी के वायर हार्नेस का उत्पादन करेंगे।
 
शुरुआती चरण में करीब 130 बंदियों की क्षमता वाले प्लांट का निर्माण हो रहा हैं। जेल में बंद कैदियों से ऑटोमोबाइल के वायर हार्नेस तकनीकी प्रणाली के रूप में बनवाएं जाएंगे। वायर हार्नेस का मतलब है कि वायर असेंबली का उद्देश्य सिंगनल विद्युत शक्ति संचारित करना होता हैं।
 
वरिष्ठ जेल अधीक्षक अनुराग मलिक ने बताया कि बंदियों को लेकर समाज के बीच बनी विचारधाराओं को बदलते हुए बंधिया की वास्तविकता और कार्य कुशलता से आमजन को परिचित कराया जा रहा हैं। इसके पीछे बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का उद्देश्य है। जिससे जब बाहर जाए तो समाज सकारात्मक रुख से उन्हें अपना सके।