पीलीभीत: हत्या के मामले में पुलिस का ढीला रवैया, आत्मदाह करने लखनऊ पहुंचा परिवार

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी नहीं हुई आरोपियों की गिरफ्तारी

पीलीभीत: हत्या के मामले में पुलिस का ढीला रवैया, आत्मदाह करने लखनऊ पहुंचा परिवार

बीसलपुर, अमृत विचार। भाई की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने और लगातार मिल रही धमकियों से परेशान होकर परिवार के पांच सदस्य लखनऊ पहुंच गए।  विधानसभा के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश करने वाले थे कि हजरतगंज पुलिस ने पांचों को पकड़ लिया। संबंधित थाने में लेजाकर पांचों से पूछताछ की गई। जिसमें परिवार ने पीलीभीत पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए असंतोष जाहिर किया। वहीं, नामजद आरोपियों पर घर के बाहर आकर धमकाने व गुंडई करने के आरोप लगाए। लखनऊ पुलिस से मिली जानकारी के बाद जनपद स्तर पर भी पुलिस विभाग में खलबली मच गई। अफसर बीसलपुर कोतवाली पहुंचे और संबंधित मामले को लेकर मंथन किया जाता रहा। 

बता दें कि कोतवाली क्षेत्र के एक व्यक्ति ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि उसके भाई की दो माह पूर्व गांव के अरुण राना, शिवम राना, जतिन राना, सचिन राना, मिथुन राना, विपिन मौर्य, अखिलेश मौर्या , छेदा लाल मौर्य ने पिटाई कर दी थी। इसकी रिपोर्ट भी उस वक्त दर्ज कराई गई थी। आरोपी सुलह करने का दबाव बना रहे थे। जब भाई ने फैसला करने से इन्कार कर दिया तो आठ सितंबर को घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। उसे घर से खींच ले गए और पीटा। परिवार की युवतियों से भी छेड़छाड़ करते हुए अभद्रता की गई। इसके बाद भाई का शव फंदे से लटका मिला था। आरोप है कि इसी रंजिश में भाई हत्या कर दी गई। इसके बाद आठ आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। मगर, अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। हजरतगंज पुलिस द्वारा पकड़े गए परिवार का आरोप है कि आरोपी लगातार सुलह का दबाव बनाते हुए धमका रहे हैं। पुलिस से कहते हैं तो वह कहती है कि धमकी देने आए तो वीडियो बनाकर दे देना। न्याय की उम्मीद कम हुई तो लखनऊ आत्मदाह करने के लिए आ गए थे। परिवार ने किसी के बहकाने और राय के आधार पर लखनऊ पहुंचने की बात से भी साफ इन्कार कर दिया। लखनऊ पुलिस से मामले की जानकारी मिली तो जनपद पुलिस में भी खलबली मच गई।