कुशीनगर नकली नोट कांड: ATS ने 15 लोगों को किया चिह्नित, पूछताछ शुरू
24 सितंबर को पकड़ गया था अंतरराष्ट्रीय गिरोह, सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव है सरगना
लखनऊ, अमृत विचार। कुशीनगर के तमकुहीराज में 24 सितंबर को नकली नोट सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने किया था। इसकी जांच पांच दिन पहले एटीएस ने शुरू कर दी है। तीन सदस्यीय एटीएस की टीम ने अब तक 15 लोगों को चिह्नित किया है। जिनके संबंध पकड़े गये आरोपियों से सीधे थे। उनकी लंबी बातचीत का भी ब्योरा मिला है। सभी तमकुहीराज कस्बा के साथ आसपास के इलाके में रहने वाले हैं।
कुशीनगर पुलिस ने 24 सितंबर को तमकुहीराज कस्बे से 5.62 लाख रुपये के नकली नोट, अवैध असलहे, बम और अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों के साथ गिरोह पकड़ा। इस गिरोह का सरगना समाजवादी पार्टी के लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव रफी उर्फ बबलू हैं।
पुलिस ने पहले दिन 10 लोगों को दबोचा था। ज्यादातर आरोपियों की राजनैतिक पृष्ठभूमि हैं। एटीएस की जांच में गिरोह के पकड़े गए सदस्यों के अलावा सिंडिकेट को बेनकाब करने का लक्ष्य है। दो दिन के अंदर एटीएस की टीम ने चिह्नित 15 में 10 लोगों को थाने में बुलाकर पूछताछ भी किया है।
दो मदरसे से जुड़े लोगों से हुई पूछताछ
एटीएस ने गिरफ्तार आरोपियों से सीधा संपर्क रखने वाले तमकुहीराज एवं पिपरा कनक में स्थित मदरसे से जुड़े कुछ लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। जाली करेंसी कांड के गिरफ्तार नौशाद खान, मोहम्मद रफी एवं हासिम अंसारी तमकुहीराज कस्बा स्थित एक मदरसे के प्रबंधकीय कमेटी के सदस्य हैं। पिपरा कनक मदरसे के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के बेटे का काफी नजदीकी रिश्ता था।
विदेशी कनेक्शन खंगाल रही एनआईए
नकली नोट के कारोबार का नेपाल कनेक्शन की जानकारी होने के बाद एनआईए ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दिया है। एनआईए की टीम ने नेपाल और अन्य देशों से नकली नोट के कारोबारियों के कनेक्शन तलाश रही है। इसके लिए स्थानीय टीम को सक्रिय कर दिया है। वहीं दो दिन तक केंद्रीय टीम ने तमकुहीराज कस्बा में डेरा डाल रखा था।
ये भी पढ़ें- केजरीवाल कल खाली करेंगे मुख्यमंत्री आवास, यहां होगा अब नया ठिकाना