आंदोलन की चेतावनी : की-मैन की बर्खास्तगी को लेकर कर्मचारी संगठन लामबंद

संगठन ने बड़े अधिकारियों को बचाने का लगाया आरोप 

आंदोलन की चेतावनी : की-मैन की बर्खास्तगी को लेकर कर्मचारी संगठन लामबंद

 गोंडा, ‌अमृत विचार: जिले में दिनों हुए ट्रेन हादसे को लेकर के बड़े अधिकारियों को बचाने के चक्कर में की-मैन को बर्खास्त किए जाने के बाद अब कर्मचारी संगठन के लोग लामबंद हो गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे और की-मैन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने की-मैन आसने की बहाली को लेकर के अधिकारियों को एक पत्र लिखकर के मांग की है। कि की-मैन की तत्काल नौकरी बहाल की जाए और दोषी जो भी अधिकारी, कर्मचारी है ट्रेन हादसे के उनके ऊपर कारवाई की जाए। बहाली न किए जाने पर एक बड़े आंदोलन की भी चेतावनी कर्मचारियों ने रेलवे के अधिकारियों को दी है। साथ ही एक सप्ताह के अंदर कोई उचित निर्णय न लेने पर कार्य बहिष्कार करके भी आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

बीते 18 जुलाई को गोंडा गोरखपुर रेलखंड पर मोतीगंज व झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट पर रेलवे के की मैन आसने को बर्खास्त कर दिया गया है‌। हादसे के पहले कासने ने ही रेल अफसरों को ट्रैक के खराब होने की सूचना दी थी। इस हादसे से संबंधित की मैन कासने व सीनियर सेक्शन इंजीनियर पीके सिंह के बीच हुई बातचीत काम ऑडियो भी सामने आया था। ऑडियो मे कीमैन सेक्शन इंजीनियर को ट्रैक में आई खराबी की जानकारी दे रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद बड़े अधिकारियों को बचाने के चक्कर में की-मैन आसने को बर्खास्त कर दिया गया है।

कीमैन की बर्खास्तगी के बाद मंडलीय सहायक अभियंता पूर्वी प्रियांजुल शुक्ला को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था। लेकिन अब कर्मचारी दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि की-मैन आसने ने सिर्फ अपना दर्द अधिकारियों को बताया था। जिन लोगों ने उसे ऑडियो को वायरल किया है उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कोई अपने घर की बुराई खुद दूसरे को नहीं बताता है इसमें बड़े अधिकारी और कर्मचारी शामिल है। की-मैन तो केवल अपना दर्द बताया था की-मैन को बर्खास्त नहीं किया जाना चाहिए।

जो दोषी है उनको बचाया जा रहा है जो निर्दोष है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कोई भी रेल कर्मचारी कभी ट्रेन डिरेल नहीं चाहता है कर्मचारी आप बढ़ाएंगे नहीं उनको अन्य सुविधा आप देंगे नहीं। अधिकारियों को खुद जाकर के फुट पेट्रोलिंग करके जांच करनी चाहिए कि कहां ट्रैक खराब है। कहां ट्रैक नहीं खराब है अधिकारी जाते नहीं है कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर देते हैं। कर्मचारी संघ ने कीमैन आसने के खिलाफ की गयी कार्रवाई को वापस लेने की मांग की है‌। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर सप्ताह के भीतर कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया तो कार्य बहिष्कार के साथ बड़ा आंदोलन किया जायेगा।

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