मुरादाबाद : हिंदू युवतियों को अपनी बहन समझें मुस्लिम युवक, गरबा पंडालों में न जाए...सपा सांसद डॉ. एसटी हसन का बयान
मुरादाबाद, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने बुधवार को कहा कि इस्लाम और हिंदू धर्म के अलग-अलग नियम हैं, इसलिए मुस्लिम बच्चों को हिंदू कार्यक्रमों और गरबा पंडालों में नहीं जाना चाहिए। अब पहले जैसा दौर नहीं रहा। अगर किसी युवक को युवती से प्यार हो जाता है तो उसे लव जिहाद का नाम दे दिया जाता है। इसके बाद उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाती है इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि सभी मुस्लिम युवक हिंदू युवतियों को अपनी बहन समझें।
मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन एक बार फिर से अपने बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। पूर्व सांसद ने मुस्लिम युवकों को हिदायत देते हुए कहा है कि वह नवरात्र के दौरान गरबा पंडालों में न जाएं। इतना ही नहीं उन्होंने किसी दूसरे धार्मिक आयोजन में मुस्लिमों को जाने से मना किया है। उन्होंने कहा कि इस्लाम और हिंदू धर्म के नियम बिल्कुल अलग हैं। उन्होंने मुस्लिम बच्चों को सलाह देते हुए कहा कि हिंदू लड़कियों को वह अपनी बहनें समझें और लव या इश्क के चक्कर में न पड़ें। वरना जिंदगी तबाह हो जाएगी।
दूसरी ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा एक लाख हिंदू युवतियों के लव-जिहाद वाले बयान पर पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि क्या उन्होंने कोई लिस्ट दी है। ये हवाई बाते हैं। दो-चार मामले प्यार-मोहब्बत के चक्कर में हो जाते हैं और जब भगवा बिग्रेड या परिवार का प्रेशर पड़ता है तो कह देते है हमें नहीं मालूम था कि वो हिंदू या मुसलमान था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव होने हैं जिसके कारण इस तरह की बातें हो रही हैं।
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