बाराबंकी: पट्टाधारक के तालाब को बना दिया अमृत सरोवर, तालाब में की जा रही सिंघाड़े की खेती

बाराबंकी: पट्टाधारक के तालाब को बना दिया अमृत सरोवर, तालाब में की जा रही सिंघाड़े की खेती

सतरिख/बाराबंकी, अमृत विचार। विकासखंड की ग्राम पंचायत करौंदी कला में पट्टा वाले तालाब को अमृत सरोवर बना दिया गया। इसके लिए पट्टा धारक से अनुमति भी नहीं ली गई। सरोवर में सिंघाड़े की खेती की जा रही है।

विकास खंड हरख के करौंदी कलां ग्राम पंचायत में वर्ष 2022 -23 में तालाब में शहीद अशफाक उल्ला नाम से अमृतसर सरोवर बनवाया गया है। जबकि सरोवर बनाने के दो वर्ष पहले से 2019 से वर्ष 2029 तक दस वर्ष के लिए इस तालाब का सर्वेश के नाम तहसील नवाबगंज प्रशासन ने पट्टा कर रखा है। इसके बाद भी ब्लॉक के अधिकारियों ने मनरेगा से इसको अमृत सरोवर तालाब बनवा दिया गया है। सिंघड़ा की फसल होने से ग्राम पंचायत के मावेशियो को नहाने के साथ ही पानी पीने को भी नहीं मिल पा रहा है। सरोवर बनाने से पहले सर्वेश से इसकी अनुमति नहीं ली गई। 

सर्वेश ने बताया की सरोवर का कार्य शुरू कराया गया तो मौके पर पहुंचकर उसने अपने नाम तालाब का पट्टा होने की जानकारी दी थी। इसका राजस्व जमा कर रहे हैं। उसके पास आमदनी का कोई दूसरा जरिया नहीं है। इसलिए सिंघाड़े की खेती कर रहे हैं। जबकि सरोवर का मकसद प्राकृतिक सौंदर्य निखारने के साथ ही ग्रामीणों को टहल घूम कर लुफ्त उठाने का होता है। बीडीओ प्रीति वर्मा का कहना है तालाब को अमृत सरोवर की कार्य योजना में शामिल करने के लिए राजस्व विभाग से अनुमति ली गई है उसके बाद ही अमृत सरोवर का निर्माण कराया गया है।

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