महाकुंभ 2025: एफआरएस सॉफ्टवेयर पता लगाएगी कौन है संदिग्ध, शुरु हुई विशेष तैयारी

नैनी-छिवकी स्टेशन पहुंचे एजीएम व एडीआरएम, किया निरीक्षण

महाकुंभ 2025: एफआरएस सॉफ्टवेयर पता लगाएगी कौन है संदिग्ध, शुरु हुई विशेष तैयारी

नैनी, प्रयागराज/ अमृत विचार:  महाकुंभ 2025 जैसे जैसे नजदीक आ रहा है , वैसे वैसे अधिकारियों की चलकदमी तेज हो गयी। है। एक के बाद एक अधिकारियों का दौरा नैनी और छिवकी जंक्शन पर लगातार जारी है। बुधवार को एजीएम जे. एस. लाकरा और एडीआरएम संजय सिंह विभागीय लोगों के साथ निरीक्षण करने पहुंचे। एडिश्नल जनरल मैनेजर ने छिवकी और नैनी मे महाकुंभ को लेकर की जा रही तैयारियों को देखा। उन्होंने अधिकारियों को जल्द कार्य पूरा करने का कड़ा निर्देश दिया। 

निरीक्षण करने पहुंचे एजीएम जे. एस. लाकरा और एडीआरएम संजय सिंह ने पहले छिवकी जंक्शन पर पहुंचकर निर्माण कार्य जो देखा। छिवकी और नैनी जंक्शन के बाहर और पार्किंग की व्यवस्था को भी देखा। एजीएम ने बताया कि महाकुंभ को लेकर की जा एही तैयारियों को पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। कुंभ में मध्य प्रदेश, रीवा, बुंदेलखंड छत्तीसगढ़ सहित अन्य स्थानो से आने वाले श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रत्येक स्टेशनो पर विशेष व्यवस्थाएं की जा रही है। जिससे मेला स्थल तक यात्रियों को पहुंचने मे किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

स्टेशनों पर मौजूद होंगे गाइड

एडीआरएम संजय सिंह ने बताया कि मेले के दौरान स्टेशनों पर गाइड की व्यवस्था की जाएगी। जिन्हे करीब 15 भाषाओ का ज्ञान हो। वह आने जाने वाले यात्रियों की समस्याओ को जानेगे और उनकी परेशानियों को हल करेंगे। उन्होंने बताया कि सभी स्टेशनों पर दो रैन बसेरा बनाया जाएगा। जिससे यात्रियों के रुकने की व्यवस्था की जाएगी। इस व्यवस्थाओ मे बिजली, पानी और मेडिकल की सुविधा दी जाएगी। 

एफआरएस से होगी निगरानी

इस बार महाकुंभ में रेलवे प्रशासन  स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ फ़ंक्शनल रिक्वायरमेंट स्पेसिफ़िकेशन (एफ आर एस) सॉफ्टवेयर का उपयोग करेगी। इसके माध्यम से चेहरे को देखकर किसी भी संदिग्ध को आसानी से पहचाना जा सकेगा। इससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटनाऐं हो होंगी।

6 हजार आरपीएफ व 10 हजार जीआरपी करेंगे सुरक्षा

एजीएम जे  एस लाकरा ने बताया कि महाकुंभ मे आने वाली भीड़ की सुरक्षा के लिए स्टेशनों पर करीब 6000 आरपीएफ और 10 हजार जीआरपी के जवान लगाए जाएगे। जिससे भीड़ को काबू करने के साथ उनकी सुरक्षा भी हो सके। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर अधिक फोर्स मंगाई जाएगी।

शेड व कमरों का गेस्ट हॉउस में होगा इस्तमाल

रेलवे के पुराने पड़े शेड का निर्माण कराया जा रहा है। जिसे आरपीएफ के जवानो को कुंभ मेले के दौराज रहने के लिए दिया जाएगा। मेला समाप्त होने के बाद वह गेस्ट हॉउस में तब्दील हो जाएगा। जो रेलवे कर्मचारियों के सुविधा के लिए होगा। उनके परिवार में पड़ने वाले किसी भी समारोह में उन्हे मदद मिलेगी। 

स्टेशनों के बाहर बनेगी बड़ी पार्किंग

एजीएम ने बताया कि रेलवे स्टेशनों के बाहर जुटने वाली वाहनो की भीड़ को भी नियंत्रित करने के लिए स्टेशन से सौ मीटर पहले पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। जिससे स्टेशन परिसर क्व अंदर कोई सवारी वाहन प्रवेश न कर सके। यह पार्किंग नैनी और छिवकी जंक्शन के बाहर की जाएगी। जिसके लिए तैयारी की जा रही है। सौ मीटर पहले ही बैरिकेडिंग की जाएगी। जिससे कोई वाहन अंदर न आ सके।