कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...ठंडे बस्ते में दिख रही जांच, पति को जान का खतरा

कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...ठंडे बस्ते में दिख रही जांच, पति को जान का खतरा

कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की हत्या की जांच धीमें धीमें ठंडे बस्ते में दिखाई दे रही है। पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। जल्द ही जांच पूरी करने और खुलासे का दावा किया जा रहा है। इस बीच महिला के पति ने अपनी जान को खतरा बताया है। पुलिस और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए स्थाई सुरक्षा और शस्त्र लाइसेंस की मांग की है। वहीं पुलिस की ओर से डीएनए जांच का दावा भी हवा हवाई दिख रहा है।

बीते तीन सितम्बर को लापता हुई महिला अधिवक्ता मोहिनी का शव 28 घंटे बाद रजपुरा गांव के समीप नहर में मिला था। मामले को लेकर अधिवक्ताओ में आक्रोश था। चंदन हत्याकांड के आरोपी अधिवक्ता मुनाजिर रफी, मुख्तार अब्बास के पैरवी कर्ता अधिवक्ता केशव मिश्रा के साथ मुख्य आरोपी मुस्तफा कामिल और उनके वेटो पर एफआईआर दर्ज कराई। सभी पांच अधिवक्ता एक विधि छात्र की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर सकी। इसे पुलिस की बडी नाकामी मना जा रहा है। अब तक शव की सही शिनाख्त के लिए डीएनए जांच के दावे किए जा रहे थे, लेकिन यह प्रक्रिया भी अब ठंडे बस्ते में पड गई है। धीमे धीमे महिला के परिवार की सुरक्षा भी कम होने लगी है। इस बीच पति बृजतेंद्र तोमर ने अपनी और अपने परिवार की जान का खतरा बताया है। कहा है कि स्थाई सुरक्षा और शस्त्र लाइसेंस की जरुरत दिखाई दे रही है। वहीं घटना का सही खुलासा पुलिस नहीं कर पा रही है।

थम नहीं रहा चर्चाओ का बाजार
मोहिनी की हत्या क्यों और कैसे की गई। इसका कोई पता नहीं चल रहा है। पुलिस जल्द खुलासे का दावा कर रही है। इस बीच चर्चाओ का बाजार गर्म है। कोई जमीनी विवाद तो कोई पेशेवर रंजिश हत्या का कारण मान रहा है। इस बीच पडोसी जिला एटा के कुछ लोगों के नाम भी शामिल आ रहे हैं। हालांकि पुलिस ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है।कासगंज और एटा के कुछ लोग पुलिस ने हिरासत में भी लिए है।

मामले की जांच की जा रही है। पुलिस सफलता की ओर है। जल्द घटना का खुलासा हो जाएगा। डीएनए जांच विवेचना का एक हिस्सा है। जरुरत पडने पर डीएनए होगा। -राजेश भारती, एएसपी।