सुलतानपुर सर्राफा डकैती कांडः चार असलहे के साथ डकैती के चार आरोपी और गिरफ्तार, जानिए क्या बोला पीड़ित

सुलतानपुर सर्राफा डकैती कांडः चार असलहे के साथ डकैती के चार आरोपी और गिरफ्तार, जानिए क्या बोला पीड़ित

सुलतानपुर, अमृत विचार। चौक में सर्राफा व्यापारी से हुई डकैती के मामले में चार और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अयोध्या जिले की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और कोतवाली नगर सुलतानपुर की संयुक्त टीम ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। 

एसपी ने बताया कि अब तक कुल 45,700 रुपये कैश, 20 किग्रा सफेद धातु, करीब सवा दो किग्रा पीली धातु बरामद की जा चुकी है। वहीं, पीड़ित व्यापारी भी पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट है और बरामद माल अपना बता रहे हैं। वहीं, डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर मानवाधिकार ने डीएम से रिपोर्ट मांगी है।

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पुलिस लाइन में पीड़ित व्यापारी व व्यापारी नेताओं के साथ प्रेसवार्ता करते हुए एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने वारदात के मास्टरमांइड विपिन सिंह की निशानदेही पर उसके भाई विवेक सिंह, अरविंद यादव, दुर्गेश सिंह और विनय शुक्ल को जिले में दुबेपुर मोड़ से गिरफ्तार किया। चारों आरोपियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम था।

एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली की बोलेरो में सवार चार लोग दुबेपुर की ओर जा रहे हैं। इस पर पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू किया। दोपहर 2ः37 बजे पुलिस को दुबेपुर मोड़ के पास एक बोलेरो आती दिखी। पुलिस ने उसमें सवार लोगों से पूछताछ की तो सभी सर्राफा लूट कांड के आरोपी निकले। आरोपियों ने लूट की वारदात स्वीकार कर ली। बताया कि हम लोग लूट के बाद अपना हिस्सा लेकर शहर से भागने की फिराक में थे।

आईटीआई लिमिटेड के कमरा नंबर 404 में रची गई साजिश

रायबरेली के इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री लिमिटेड के कमरा नंबर 404 में डकैती की साजिश रची गई थी। मास्टर माइंड विपिन सिंह ने अपने साथियों के साथ इसी कमरे में रुक कर लगभग एक महीने तक रेकी की और वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद विपिन अपने साथियों के साथ यहीं पर सोने-चांदी का बंटवारा किया, फिर सभी बदमाश अलग-अलग होकर फरार हो गए।

माह भर साजिश रचते रहे बदमाश

बताया जा रहा है कि आईटीआई फैक्ट्री बदहाली के दौर से गुजर रही है। यहां पर कम ही अधिकारी व कर्मचारी रहते हैं, आईटीआई के रिटायर्ड अधिकारियों व अन्य अधिकारियों को किराए पर यहां कमरा आसानी से मिल जाता है। जिन लोगों को कमरा मिलता है वह पैसा कमाने के चक्कर में दूसरे लोगों को कमरा दे देते हैं। विपिन सिंह और उसकी गैंग के सदस्य जिस कमरे में ठहरे थे, वह कमरा किसी आरडी सिंह नाम के व्यक्ति के नाम पर अलॉट है। यहां पर सुरक्षा भी रहती है। सवाल उठता है कि एक माह तक अपराधी यहां ठहरे रहे और उसका इनपुट स्थानीय पुलिस को नहीं मिला।

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व्यापारी दिखे संतुष्ट, पीड़ित ने कहा कि मेरा ही है सोना चांदी

सर्राफा डकैती कांड का खुलासा करते समय एसपी सोमेन बर्मा ने अपने साथ पीड़ित व्यापारी भरत सोनी, सर्राफा व्यापार मंडल अध्यक्ष देबी प्रसाद सोनी समेत अन्य को साथ लिए थे। पीड़ित व्यापारी ने भरत जी सोनी ने कहा कि सारा माल बरामद हो गया है, लेकिन गणना करने पर ही असल में पता चलेगा। हमें संतुष्टि है। पुलिस का सहयोग रहा है। पुलिस की कार्यशैली से हम खुश हैं। सीएम साहब ने भी मामले का संज्ञान लिया।

डकैती का मास्टरमाइंड विपिन ने किया था सरेंडर

सर्राफा डकैती के मास्टरमाइंड अमेठी के बदमाश विपिन सिंह ने घटना के अगले दिन रायबरेली कोर्ट में एक दूसरे मामले में जमानत उठाकर सरेंडर कर दिया था। इसके बाद कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने दो सितंबर को पुष्पेंद्र सिंह, सचिन सिंह और त्रिभुवन को पैर में गोली मारकर पकड़ लिया था। आरोपियों के पास से पंद्रह किलो चांदी और 48 हजार रुपए बरामद हुए थे। वहीं पांच सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना के पास यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी जौनपुर के बदमाश मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। मामले अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं 1 आरोपी एनकाउंटर में मारा जा चुका है। वहीं, मामले का मास्टर माइंड विपिन सिंह को गुरुवार को शाम पांच बजे तक कोर्ट में पेश करना है। पुलिस की ओर से ली गई पांच दिन की रिमांड पूरी हो जाएगी।

मानवाधिकार आयोग ने डीएम से मांगी रिपोर्ट

मंगेश एनकाउंटर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए सुलतानपुर डीएम से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने 27 सितंबर तक जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। आयोग की सुनवाई 30 सितंबर को होगी। यह कार्रवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव की शिकायत पर की गई है, 5 सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना इलाके में एसटीएफ ने मंगेश का एनकाउंटर किया था।

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