संभल में फैली भेड़िए की दहशत! जंगली जानवर ने बच्ची सहित छह को किया घायल

संभल में फैली भेड़िए की दहशत! जंगली जानवर ने बच्ची सहित छह को किया घायल

बहजोई/संभल, अमृत विचार। जनपद में जंगली जानवर ने अब तक चार महिलाओं व बच्ची सहित छह लोगों को हमला कर घायल कर दिया है। इस बीच भेड़िये के हमले की बात उठी तो डीएम व एसपी वन विभाग के अफसरों को लेकर गांव पहुंचे। वन विभाग ने दावा किया है कि पग चिन्हों से साफ है कि हमला करने वाला जानवर भेड़िया नहीं बल्कि गीदड़ या कुत्ता है।

गांव श्योराजपुर की मढैया में चारा लेने गई महिला माया देवी पत्नी सौदान सिंह रामवती तथा दो उनके साथ गई बेटियों पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया था। जिन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से माया देवी को अलीगढ़ रेफर किया गया। इसके बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीण अपने हाथों में लाठी डंडे लेकर भेड़िए द्वारा हमला हमला करने की बात कहकर गश्त कर रहे हैं। गांव श्योराजपुर की मढैया में एक बार फिर जंगली जानवर प्रेम सिंह के खेत पर पहुंच गया। जहां पर ग्रामीणों ने लाठी डंडे लेकर उसे दौड़ा लिया। जंगली जानवर ने रविवार को पड़ोसी गांव दिलगोरा में खेत पर काम कर रहे ऋषिपाल तथा उसकी बेटी मीणा व राजपाल पर हमला कर दिया। लगातार हमले से दर्जनों गांव में दहशत का माहौल है।  ग्रामीण भेड़िए द्वारा हमला किये जाने का दावा कर रहे हैं। बच्चों को घर से जाने से रोक दिया गया है जबकि ग्रामीण खुद भी अकेले घर से नहीं निकल रहे हैं। समूह बनाकर ग्रामीण लाठी डंडे लेकर जंगली जानवर के हमले से बचने के लिए पहरा दे रहे हैं।

जंगली जानवर के पैरों के निशान देखे 

गांव श्योराजपुर की मढैया में दो महिलाओं तथा दो किशोरियों पर जंगली जानवर के हमले के बाद डीएम राजेंद्र पैंसिया, एसपी कुलदीप सिंह गुनावत, डीएफओ सूरज कुमार अपनी टीम के साथ गांव पहुंच गए। जहां मौके पर जाकर उन्होंने जंगली जानवर के पैरों के निशान देखे तो वही ग्रामीणों से भी हमले को लेकर बातचीत की। ग्रामीणों ने भेड़िए द्वारा हमले की बात कही तो  वन विभाग ने भेड़िया नहीं होने का दावा किया। कहा कि हमला करने वाला जानवर गीदड़ या कुत्ता हो सकता है। डीएम ने जिले में वन विभाग की 10 सदस्यीय टीम बनाकर पूरी निगरानी करने के वन विभाग व पुलिस को निर्देश दिए हैं।

खुद ही अपनी सुरक्षा का जिम्मा  लिया

दिन में तो ग्रामीण अपने हाथों में लाठी डंडे लेकर गश्त कर ही रहे हैं। अब ग्रामीणों ने कहा है कि उन्होंने खुद ही अपनी सुरक्षा का जिम्मा  लिया है। ग्रामीण प्रेम सिंह ने बताया कि अब ग्रामीण दिन रात टोलियां बनाकर अपनी सुरक्षा करेंगे। घर की महिलाओं से भी कह दिया है कि वह भी अकेले जंगल में कार्य करने न जाएं। वहीं लाला राम का कहना था कि ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी।

डीएफओ सूरज कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जिससे प्रतीत होता है कि भेड़िया नहीं है। गीदड़ या जंगली कुत्ता हो सकता है। क्षेत्रीय वन अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि नौ लोगों की टीम बनाकर सक्रिय करें। टीम जंगली जानवर को पकड़ने का काम करेगी। ग्रामीणों को मौके पर इसके लिए जागरूक भी किया गया है। जंगली जानवर होने की कोई भी सूचना प्राप्त हो तो मोबाइल नंबर 7453823230 पर सूचित करें। 

जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि जंगली जानवर द्वारा हमले की जानकारी मिलने पर वह पुलिस अधीक्षक व वन विभाग के अधिकारियों के साथ गांव गये थे। क्षेत्र में भेड़िए की मौजूदगी या हमला करने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। जंगली जानवर को पकड़ने व ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग व पुलिस की टीम को सक्रिय कर दिया गया है।

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की छठी सूची की जारी, देखें लिस्ट