Vastu: आखिर क्यों पूजी जाती है घर की दहलीज? साफ नहीं घर की देहरी तो होगी हानि

Vastu: आखिर क्यों पूजी जाती है घर की दहलीज? साफ नहीं घर की देहरी तो होगी हानि

लखनऊ, अमृत विचारः कई बार घर के बड़े बुजूर्गों को यह कहते हुए तो सुना ही होगा की घर की दहलीज पूजनीय है। लोग सालों से इसे मानते भी आए हैं। सनातन धर्म में ही इसे लेकर तमाम तरह की परंपराएं और धारणाएं शामिल है। दहलीज पूजन के लिए कोई विशेष मान्यता नहीं है, लेकिन आप लोगों ने यह देखा होगा की जब कोई नहीं दुल्हन ससुराल आती है तो उससे घर का दहलीज पूजन कराया जाता है। यह परंपरा सदियों से चलती चली आ रही है। आइए जानते हैं ही सनातन धर्म में हिन्दू धर्म की क्या विशेष मान्यता है और शास्त्र इसे लेकर क्या कहते हैं। 

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य पंडित गोमती शंकर के अनुसार, दहलीज घर का मुख्य स्थान होता हैं। इस लिए जब घर का मुख्य द्वारा बनवाया जाता है तो देहरी को बनवाया जाता है। मान्याताओं के अनुसार दहलीज घर में नकारात्मत ऊर्जा को अंदर आने से रोकती है। साथ ही इससे घर में मां लक्ष्मी का भी वास होता है। 

दहलीज पूजने से क्या लाभ?

पंडित जी के अनुसार घर की दहलीज को हमेशा साफ रखना चाहिए। कभी भी गंदगी नहीं रखनी चाहिए, नहीं को घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है। देहरी की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सभी शुभ कार्य अच्छे से संपन्ना हो जाते हैं। मान्यता यह भी है कि देहरी की पूजा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं और घर के वास्तु दोष दूर हो जाता है।

क्यों जरूरी है देहरी पूजा?

घर की दहलीज पर राहु का वास होता है। ऐसे में अगर कोई देहरी पूजा करता है तो उससे राहु का दुष्प्रभाव कम होता है। इसके अलावा दहलीज मां लक्ष्मी के आगमन का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। इसी लिए शास्त्रों के अनुसार घर की देहरी की पूजा विधी विधान से करना चाहिए और अगर संभव होता घर के चौखट की हर दिन पूजा करें। 

नई वधु से क्यों कराई जाती देहरी पूजा?

शास्त्रों के अनुसार बहु मां लक्ष्मी का स्वरूप होती है। ऐसी में अगर वह देहरी पूजा करती है तो घर हमेशा धन-धान्य से भरा रहता है। देहरी पूजन से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। आर्थिक परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। 

पूजन के नियम?

ज्योतिषाचार्य के अनुसार देहरी की हर दिन साफ-सफाई रखें, गंगा जल का छिड़काव करें। इसके बाद दहलीज को फूलों से सजाएं और कुमकुम से तिलक लगाए। इसके बाद सुबह या शाम में एक बार वहां पर घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं और मां लक्ष्मी से आगमन की प्रार्थना करें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा चली जाएगी और घर में सुख-समृद्धि का वास होगा। 

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