बरेली: आला हजरत के कुल की रस्म अदा...नजीब मियां बोले-सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे अपनी लड़ाई

गूगल से इस्लाम सीख रहे और यू-ट्यूब के मौलवियों से शरीयत के मसले हल करवा रही है हमारी कौम-सैयद नजीब मियां

बरेली: आला हजरत के कुल की रस्म अदा...नजीब मियां बोले-सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे अपनी लड़ाई

बरेली, अमृत विचार। इस्लामिया मैदान में शनिवार दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर कुल की रस्म अदा की गई। इससे पहले आला हजरत के पीर घराने, खानकाह बरकातिया के सज्जादानशीन सैयद नजीब हैदर नूरी-नजीब मियां ने उर्से रजवी के मंच से चंद लफ्जों में लाखों के मजमे को बड़ा संदेश दिया है। बमुश्किल एक मिनट की अपनी तकरीर (संबोधन) में उन्होंने कहा कि ''कानून के दायरे में रहकर हम अपनी लड़ाई सुप्रीमकोर्ट तक लड़ेंगे। बिना किसी हिंसा और फसाद के अपने हक की आवाज उठाते रहेंगे।'' सैयद नजीब मियां ने बिना किसी संदर्भ का हवाला देकर, मजबूती के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। उनके इस बयान को पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी (अपमान) के मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है। महाराष्ट्र के नासिक में धर्मगुरु रामगिरी महाराज की पैगंबर-ए-इस्लाम पर हालिया टिप्पणी के बाद, देशभर के मुस्लिम समुदाय के बीच इस मामले में नाराजगी और आक्रोश देखने को मिला है। 

बरेली, जोकि सुन्नी-बरेलवी मुसलमानों का मरकज (केंद्र) है। यहां आला हजरत, इमाम अहमद रजा खान का तीन रोजा उर्स मनाया जा रहा है। शनिवार को कुल की रस्म अदा की गई। हर साल की तरह इस बार भी आला हजरत के पीर घराने के बुजुर्ग उर्से रजवी की रौनक बने। उलमा की तकरीर के बीच सैयद नजीब मियां ने उर्से रजवी को खिताब (संबोधित) किया। यहीं, उन्होंने हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक, कानूनी दायरे में रहकर लड़ाई लड़ने की बात कही है। 

गूगल वाले वाले मौलवियों पर कसा तंज
इससे पहले सैयद नजीब मियां ने मुस्लिम समाज के दीनी इल्म (धार्मिक ज्ञान) और समझ को लेकर बड़ी बातें कहीं। विशेषकर गूगल से इस्लाम समझने को लेकर। उन्होंने कहा कि आज हमारी कौम का एक बड़ा हिस्सा शरीयत के मसलों पर गूगल वाले मौलवी साहब से सलाह-मशविरा ले रही है। यू-ट्यूब के मौलवी साहब की राय लेती है। इस तरह हमारी कौम खुद ही गूगल पर अपने मसाइल हल करा रही है। गूगल पर इन्हें, इनकी जरूरत के मौलवी मिल जाते हैं। इनके पास बरेली के उलमा के पास जाने का वक्त नहीं है। इस तरह बेहद संक्षिप्त समय में सैयद नजीब मियां ने गूगल से इस्लाम सीखने और यू-ट्यूब वाले मौलवी को लेकर मुस्लिम समाज को जागरुक किया। शरीयत के मसले उलमा के पास ले जाने का पैगाम दिया है। 

अहसन मियां ने की मुल्क के लिए दुआ
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने दुआ की। उर्से रजवी की रौनक बनी लाखों की भीड़ ने एक साथ दुआ में हाथ उठाए। मुफ्ती अहसन मियां ने उनके हक में दुआएं कीं। मुफ्ती सलमान अजहरी समेत जेल में बंद मुस्लिम समाज के लोगों की रिहाई के हक में दुआ की। फिलिस्तीन के मुसलमानों की रक्षा, हिम्मत और सुरक्षा के लिए दुआ में हाथ उठे। 

ये नामचीन उलमा मंच पर रहे मौजूद
उर्से रजवी के मंच पर दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां, आला हजरत खानदान के तमाम बुजुर्ग, नामवर उलमा मौजूद रहे। इस्लामिया मैदान जायरीन से खचाखच भरा रहा। दरगाह आला हजरत से लेकर, इस्लामिया मैदान और नावेल्टी चौराहा, रोडवेज बस अड्डा, चौपुला, इस्लामिया रोड तक करीब तीन-चार किलोमीटर का इलाका अकीदतमंदों के जनसैलाब से जाम रहा।