सीएम से मिलकर विधायक ने बताई बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां
पीड़ितों को राहत सामग्री के वितरण के साथ स्थायी बाढ़ राहत केन्द्र की स्थापना कराने की मांग
गोंडा, अमृत विचार: जिले की तरबगंज व करनैलगंज तहसील में बाढ की विभीषिका झेल रहे पीड़ितों की परेशानी लेकर तरबगंज विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। विधायक ने सीएम को बाढ़ के वास्तविक हालात से अवगत कराया और उन्हे पीडितों की दुश्वारियां बताईं। विधायक ने बाढ पीडितों को मुआवजा दिलाने, राहत सामग्री का वितरण करने, बाढ से कट चुके संपर्क मार्गों का स्थलीय परीक्षण कराकर विशेष मरम्मत कराने तथा बाढ क्षेत्र में स्थायी बाढ़ राहत केंद्र की स्थापना कराए जाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने विधायक को उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश संबंधित अधिकारियों के दिया है। मुख्यमंत्री को सौंपे गए पत्र में विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने लिखा है कि तरबगंज का लगभग एक तिहाई भाग बाढ़ की भीषण प्रकोप के कारण डूब चुका है। लोग अपने घरों की छतों पर रहने को मजबूर हैं। जिनके पास छत नहीं है ऐसे लोग मजबूरन घर से पलायन कर बंधे पर रह रहे हैं। बाढ़ प्रभावित ग्रामपंचायतों के लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यह सभी लोग पूरी तरह से सरकार से मिलने वाली सहायता पर निर्भर हो गये हैं।
लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते बाढ़ की स्थिति और विकराल होने की प्रबल सम्भावना है। विधानसभा क्षेत्र की सोनौली मोहम्मदपुर, ऐली परसौली, गढ़ी, जबरनगर, परासपुरवार, परासमझवार, अमौठी, बहादुरपुर, कड़ौरा, गभौरा, ब्यौंदामाझा, ब्यौदा उपरहर, वनगांव, चन्दसुहा, रांगी, गोकुला, दत्तनगर, साखीपुर, चौखड़िया, नकहरा आदि ग्राम पंचायतों के सभी मजरे व ग्राम पंचायत सेमरा शेखपुर, घांचा बीकापुर, गोपसराय, शीशव, असरथा, धनौली, चिवरहा, अमदही, सेमरी आदि ग्रामपंचायतों के आंशिक मजरे बाढ़ में डूब गये हैं। इन सभी ग्रामपंचायतों की सड़के कट गयी है व पुलिया तेज प्रवाह के कारण बह गयी है। लगातार बढ़ते हुए जलस्तर के कारण स्थिति और भी भयावह होती जा रही है। इन परिस्थितियों में बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित कर उनके जीवन यापन के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराते हुए इन लोगों को बाहर निकालने तथा राहत सामग्री पहुँचाना बेहद जरूरी है लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सड़कें कट गयी है व पुलिया तेज प्रवाह के कारण बह गयी है। लगातार बढ़ते हुए जलस्तर के कारण स्थिति और ज्यादा भयावह होती जा रही है।्र
कई ग्राम पंचायतों का सम्पर्क टूट गया है। जलस्तर घटने के बाद सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो जायेगी। इसके अलावा बाढ़ में सड़कों के कट जाने व अत्यधिक जलभराव के कारण लोगों तक राहत सामग्री पहुँचाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विधायक ने बाढ पीडितों को तत्काल उनके नुकसान का मुआवजा दिलाने, टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए विशेष अभियान चलाने की अनुमति देने व बाढ़ क्षेत्र में स्थायी बाढ़ राहत केंद्र की स्थापना की मांग की है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस दौरान उनके साथ गौरा विधायक प्रभात वर्मा भी मौजूद रहे।
शाही ने बाढ़ पीड़ितों को वितरित की राहत सामग्री
अयोध्या अमृत विचार: सदर तहसील के बाद प्रभावित गांव रामपुर पुआरी माझा में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री किट का वितरण किया गया। बाढ़ से प्रभावित लगभग 500 परिवारों को प्रदेश के कृषि व जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राहत सामग्री किट का वितरण किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार उनकी हर संभव मदद कर रही है। उनके पुनर्वास के लिए भी योजनाएं तैयार की जा रही है। राहत सामग्री वितरण के दौरान बाढ़ प्रभावित परिवारों को भोजन, कपड़े, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं दी गईं। शाही ने बताया कि सरकार का उद्देश्य बाढ़ पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाना है। प्रदेश सरकार हर कदम पर बाढ़ पीड़ितों के साथ है। प्रशासन और विशेष टीमों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अवधेश पांडे बादल, एसडीएम सदर विकास दुबे, गन्ना समिति के चेयरमैन दीपेंद्र सिंह, प्रधान रमेश निषाद, सहित तमाम लोग मौजूद थे।
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