बरेली:आदमखोर भेड़ियों से कम नहीं बंदर और कुत्तों का आतंक, यहां बनाया निशाना...

फतेहगंज पूर्वी और शेरगढ़ में बंदर व कुत्तों के आतंक से लोग परेशान

बरेली:आदमखोर भेड़ियों से कम नहीं बंदर और कुत्तों का आतंक, यहां बनाया निशाना...

शेरगढ़/फतेहगंज पूर्वी, अमृत विचार: बहराइच में जहां इन दिनों आदमखोर भेड़ियों का आतंक है, तो बरेली में शहर से लेकर देहात तक फैले बंदर और कुत्ते किसी भेड़िया से कम नहीं। कुत्तों और बंदरों के आतंक ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। आए दिन कुत्ते और बंदर लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसमें बुजुर्ग और बच्चों की संख्या ज्यादा है। शेरगढ़ में जहां बच्चे पर बंदर ने हमला कर घायल कर दिया, तो दूसरी तरफ फतेहगंज पूर्वी में कुत्ते ने एक बच्चे समेत छह लोगों को हमला कर घायल कर दिया। 

शेरगढ़ में घर के बाहर गली में खेल रहे 10 वर्षीय बच्चे पर बंदर ने हमला कर घायल कर दिया। बंदर ने बच्चे के पैर का मांस नोच डाला। बच्चों के शोर मचाने पर मोहल्ले के लोग दौड़े, बंदरों को भगाकर घायल बच्चे को आनन-फानन सीएचसी ले गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद 300 बेड कोविड हॉस्पिटल बरेली रेफर कर दिया। मोहल्ले वासियों ने अधिकारियों से बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है। गुरुवार दाेपहर 1:30 बजे शेरगढ़ के मोहल्ला गांधी नगर निवासी रामेश्वर का 10 वर्षीय बच्चा दोस्तों के साथ घर के सामने गली में खेल रहा था। इसी दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दीवार से दौड़े बंदर ने उस पर हमला कर दिया। एक बंदर ने अर्जुन के पैर के मांस को नोच डाला। परिजन उसे लेकर सीएचसी पहुंचे जहां, डॉक्टरों ने उसे एंटी रेबीज वैक्सीन देने के बाद एंटी रेबीज सीरम के लिए 300 बेड कोविड हॉस्पिटल बरेली रेफर कर दिया। कस्बे में बंदरों का आतंक है,  बंदरों ने लोगों को परेशान कर रख दिया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गजेंद्र सिंह ने बताया कि सीएचसी में एंटी रेबीज वैक्सीन देने के बाद एंटी रेबीज सीरम के लिए घायल बच्चे को 300 बेड कोविड हॉस्पिटल बरेली रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बंदर, कुत्ते आदि के काटने से गंभीर घायल लोगों को एंटी रेबीज सीरम के लिए बरेली रेफर किया जाता है। ईओ शेरगढ़ वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि समय-समय पर नगर पंचायत प्रशासन कुत्तों और बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाता है। कस्बे वासियों को बंदरों से निजात दिलाने के लिए अतिशीघ्र अभियान चलाया जाएगा। 


कुत्ते ने बच्ची समेत छह को काटकर किया घायल
फतेहगंज पूर्वी में बंदरों और कुत्तों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बंदरों के साथ ही कुत्ते भी लोगों पर हमला करके घायल कर रहे है। गुरुवार को कुत्ते ने एक बच्चे समेत छह लोगों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। इससे लोगों में दहशत है, घर से निकलने में डर रहे है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुत्ते रास्ता चलते लोगों को निशाना बना रहे हैं। बच्चे कुत्तों के डर से स्कूल जाने से डर रहे हैं। वहीं घरों पर बंदरों की धमाचौकड़ी जारी है जो हमला करके बच्चों- बुजुर्गों को निशाना बना रहे है। 

इन लोगों को भी कुत्ते बना चुके हैं निशाना
फतेहगंज पूर्वी में अभी कुछ दिन पूर्व छत पर कपड़ा डालने गई जनूवी मोहल्ले की पूनम मिश्रा और संगीता गुप्ता को बंदरों ने घायल किया था। गुरुवार को इसी मोहल्ले की नन्नू मिश्रा की तीन वर्षीय बेटी दीक्षा घर के बाहर खेल रही थी जिसे कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया। नगर के बन्ने , समसुद्दीन , राकेश, पायल, ग्राम सिमरा निवासी गंगाराम , ग्राम कुठला निवासी अनु को भी आज कुत्तों ने काटकर घायल कर दिया। सभी घायलों ने अस्पताल पहुंचकर इलाज कराया। कुत्तों ने छूट्टा घुमने वाले गोवंशीय पशुओं को काटकर घायल कर दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर संजीव दिवाकर ने बताया कि अस्पताल में इंजेक्शन लगने की व्यवस्था है, इस समय कुत्तों और बंदरों के हमले से घायलों के केस ज्यादा आ रहे है। इस संबंध में नगर पंचायत में तैनात अधिशासी अधिकारी से संपर्क साधा गया परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया ।