बाराबंकी: अयोध्या जैसे बन रहे हालत, सर्किल रेट से कम भुगतान का आरोप
दूसरे के नाम रजिस्ट्री जैसी आ रहीं शिकायतें
विवेक शुक्ला/रामनगर,बाराबंकी, अमृत विचार। लोधेश्वर महादेवा के प्रसिद्ध शिवधाम को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित कराये जाने को लेकर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रयासरत है। लेकिन भूमि, मकान और दुकान के चिन्हांकन से लेकर उनकी रजिस्ट्री कराये जाने के मामले में सर्किल रेट से कम का भुगतान और जमीन इनकी रजिस्ट्री किसी और को कर दी जैसी शिकायतों व सवालों का दौर शुरू हो चुका है। यहां भी अयोध्या जैसे हालात बनते दिख रहे हैं। जागरुक लोगों ने भूत भावन भोलेनाथ के नगर में कॉरिडोर के ऐतिहासिक कार्य पर प्रदेश सरकार के मुखिया से गौर फरमाए जाने की मांग की है।
मालूम हो कि महाभारत कालीन लोधेश्वर महादेवा के पावन शिवधाम को कॉरिडोर के रुप में विकसित कराये जाने को लेकर प्रदेश सरकार के मुखिया निरन्तर दृढ़ संकल्पित हैं। जिसके मद्देनजर प्रशासन की ओर से करीब डेढ़ सौ लोगों की भूमि, मकान और उनकी दुकानों का चिन्हांकन कर रजिस्ट्री कराकर उन्हें भुगतान उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें एक सैकड़ा के करीब लोग रजिस्ट्री कर चुके हैं। दर्जनों लोग सर्किल रेट से कम का भुगतान दिये जाने की बात कह रजिस्ट्री करने में आनाकानी कर रहे हैं।
भू-स्वामियों का कहना है कि आबादी की जमीन, मकान और दुकानों के अधिग्रहण को लेकर पहले से जारी रेट सूची में 9600 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। उसके चार गुना और दुकानों पर 50 प्रतिशत और बढ़ाये जाने का प्रावधान है। लेकिन तहसील प्रशासन प्रति वर्ग मीटर 5 हजार रुपये का रेट लगाकर उसे दोगुना कर दे रहा है। जो सही नहीं है। वहीं किसी और को जमीन की रजिस्ट्री किसी और के द्वारा करने जैसी शिकायतें भी शुरू हो चुकी हैं।
महादेवा हरिजन बस्ती के निवासी सहदेव पुत्र श्री राम ने थाना प्रभारी निरीक्षक के नाम दिये गये पत्र में कहा है कि मेरे पुश्तैनी घर व भूमि को वारिश पुत्र पन्नू व रियाज पुत्र कल्लू हड़प कर लेना चाहते हैं। जिस पर प्रभावी रोक लगाई जाये। इसी प्रकार मठ के रिसीवर अधिवक्ता हरि प्रसाद द्विवेदी का कहना है कि संस्कृत महाविद्यालय मठ के भवन पर चलता है। उक्त भवन व भूमि को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि मठ के महन्त ने अपनी चल अचल सम्पत्ति ठाकुर जी के नाम वसीयत कर दी थी। महाविद्यालय तो मंदिर परिसर के अन्दर है। खैर यह सब तो धीरे धीरे उठ रही आवाजें हैं। क्षेत्र के जागरुक जनों ने भूत भावन भोलेनाथ की नगरी में भाजपा सरकार की ओर से शुरु हुये ऐतिहासिक कार्य पर प्रदेश सरकार के मुखिया से विशेष तव्वजो दिये जाने की मांग की है।
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