Kanpur: सरसौल में भ्रष्टाचार, विकास भवन के बाहर किसानों का प्रदर्शन, मुख्य विकास अधिकारी को सौंपा गया भ्रष्टाचार करने वालों का ब्यौरा
कानपुर, अमृत विचार। ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान समेत कई जिम्मेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सरसौल विकास खंड के किसानों ने विकास भवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सीडीओ दीक्षा जैन ने तीन सदस्यीय अधिकारियों की जांच टीम गठित की है।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के प्रमुख रवि प्रताप सिंह, राधेश्याम मौर्या, मान सिंह, विनोद सिंह आदि की अगुवाई में किसान विकास भवन पहुंचे और गेट पर ही नारेबाजी शुरु कर दी। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत निवादा बौसर विकास खंड सरसौल के प्रधान द्वारा मनरेगा में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत 14 जुलाई 2024 को जिलाधिकारी से की गई थी जिसकी जांच सीडीओ कार्यालय को दी गई है।
जांच कमेटी में जिला विकास अधिकारी, अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण लेखाकार कृषि विभाग शामिल थे। जांच टीम पर आरोप है कि आरोप लगाने वालों को बुलाया ही नहीं गया बल्कि जिस पर आरोप था वह ग्राम प्रधान जांच कमेटी के साथ मौजूद थे। सारे मामले को रफा दफा कर दिया गया। सीडीओ ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सीडीओ के सामने पहुंचते ही बदल गई भाषा
ग्राम पनौरी के रवि प्रताप सिंह की अगुवाई में विकास भवन के गेट पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शनकारियों में सात लोगों को सीडीओ दीक्षा जैन ने मिलने की इजाजत दी तो रवि प्रताप सिंह के सुर बदल गये, बोले मैडम हम लोग धरना प्रदर्शन थोड़ी कर रहे थे, कुछ साथी पीछे रह गये थे, उनका इंतजार कर रहे थे।
विकास भवन की बिजली सुबह से शाम तक गुल
विकास भवन में बिजली गुल रहने से सोमवार सुबह से कामकाज ठप रहा। इन्वर्टर भी जवाब दे गए। शाम 4.30 बजे बिजली आने के बाद ही कुछ कार्य हुआ। सोमवार को सुबह से छात्रवृत्ति, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन समेत अन्य योजनाओं का लाभ या जानकारी लेने के लिए विकास भवन आये लोग परेशान रहे। दिनभर भटकने के बाद तमाम लोग वापस चले जबकि कुछ पीड़ित शाम तक इंतजार करते रहे। इसी प्रकार डूडा समेत अन्य विभाग में भी कामकाज प्रभावित रहा। विकास भवन की दूसरी मंजिल पर गैलरी में अंधेरा छाया रहा।