Kanpur: अवनीश दीक्षित की बढ़ सकतीं मुश्किलें; 15 साल पुरानी फोटो पुलिस के हाथ लगी, खबर के अंदर देखें- फोटो में क्या है खास?
कानपुर, अमृत विचार। पॉश इलाके सिविल लाइंस में नजूल की 1700 करोड़ की जमीन पर कब्जा के प्रयास का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कमिश्नरेट पुलिस को कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित व उसके साथियों की तकरीबन 15 साल पुराने एक फोटो हाथ लगी है, जिसमें वह लोग ऑटोमैटिक असलहे लिए हुए हैं। पुलिस उस फोटो में दिखने वाले व्यक्ति की पहचान करने के साथ असलहों के बारे में जानकारी जुटाने में लग गई है। फोटो में कुल आठ लोग हैं, जिनमें से कुल पांच लोग पत्रकारिता से जुड़े हैं। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि ये फोटो गंगाबैराज के पास एक गांव की है।
अफसरों के पास पहुंचे पांच प्रार्थना पत्र
एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि पत्रकारों के द्वारा परेशान और ब्लैकमेलिंग करने वालों के पांच प्रार्थना पत्र कमिश्नरेट पुलिस के पास पहुंचे हैं। इनमें से तीन दक्षिण पुलिस के पास तो दो प्रार्थना पत्र सेंट्रल जोन की पुलिस को दिए गए हैं। प्रार्थना पत्रों की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पूरे नैकसेस को जा रहा खंगाला
एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि नजूल की भूमि को कब्जे करने के मामले मे जो भी आरोपी है, उन्हें कतई नहीं बख्शा जाएगा। नामजदों की गिरफ्तारी के लिए लगातार आरोपियों के घर कई थानों का फोर्स एसीपी के नेतृत्व में छापेमारी कर रहे हैं। पुलिस की और टीमें दिल्ली, आगरा गई थी लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
उन्होंने बताया कि पूरे मामले में नामजद आरोपियों की पत्नियों के नाम से रुपये लगाए हैं, इसकी जानकारी हुई है। बताया कि आरोपियों के आय के स्त्रोत देखे जा रहे हैं। उनकी कहां-कहां संपत्तियां हैं, वह भी खंगाली जा रही हैं। किस खाते में किसको रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है, वह भी देखा जा रहा है। अफसर के अनुसार ग्वालटोली में एक स्थान पर शादी विवाह के कार्यक्रम हो रहे थे, उसका पैसा कौन कौन ले रहा था, इसकी भी जानकारी की जा रही है।