बरेली: संतोष गंगवार बोले- प्रधानमंत्री ने दी है बड़ी जिम्मेदारी, पूरी निष्ठा से निभाऊंगा

बरेली, अमृत विचार। शनिवार रात झारखंड का राज्यपाल बनाए जाने की घोषणा के बाद संतोष गंगवार रविवार को मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है। शीर्ष नेतृत्व के इस भरोसे पर वह पूरी निष्ठा के साथ खरा उतरने की कोशिश करेंगे। संतोष गंगवार ने कहा कि सांसद रहने तक कई लोग उनसे नाराज भी रहे लेकिन वह सबको साथ लेकर चलेंगे।
संतोष गंगवार ने रविवार शाम चार बजे सिविल लाइंस स्थित पार्टी कार्यालय पर पार्टी के लोगों से मिले, फिर सात बजे सर्किट हाउस में मीडिया से बात की। रविवार सुबह वह हल्द्वानी चले गए थे। दोपहर बाद भारत सेवा ट्रस्ट के कार्यालय पहुंचे जहां उनके चाहने वालों ने भारी जोश के साथ उनका स्वागत किया।
शाम चार बजे वह पार्टी कार्यालय पर पहुंचे। यहां भी उनका भव्य स्वागत हुआ। पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान संतोष गंगवार ने धन्यवाद देते हुए कहा कि पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता लोकतांत्रिक व्यवस्था से जुड़े हैं। पार्टी उनकी सभी बातों पर ध्यान देती है।
उन्होंने कहा कि समय के साथ सोच बदल जाती है। हो सकता है कुछ गलतियां हमसे भी हुई हों। शुरुआती राजनीतिक जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि एक-एक दिन में सौ-सौ पोस्टकार्ड लिखते थे। पहले पार्टी में काम करने का तरीका अलग था, अब बदल गया है। पार्टी ने हमेशा कोई न कोई जिम्मेदारी दी है।
कहा, चुनाव में टिकट की कभी मांग नहीं की। पिछले चुनाव में भी यही कहा था कि पार्टी लड़ाएगी तो लड़ेंगे। चुनाव बाद कोई पद मिले न मिले, इसमें भी कोई रुचि नहीं थी। फिर भी पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी कंधों पर डाल दी है। उसे पूरा करना है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, मेयर उमेश गौतम, बरेली जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, आंवला अध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह, अनिल सक्सेना समेत तमाम पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राजनीति में हमेशा सक्रिय रहकर यह मुकाम पाया
पार्टी कार्यालय पर संतोष गंगवार ने कहा कि भाजपा से लंबे समय से जुड़े हैं। उनकी आस्था इस पार्टी में थी। राजनीति में सक्रिय रहकर यह स्थान बनाया है, लेकिन अब इससे अलग रहना है क्योंकि राज्यपाल संवैधानिक पद है। कहा, नाराजगी और प्रसन्नता अपनी जगह है। आप लोग यहां से नाराज होकर नहीं जाएंगे क्योंकि इससे आपका खुद का और पार्टी का भी नुकसान है। पार्टी के लगातार तीसरी बार जीतने की चर्चा दुनिया में है। सरल, शांत और सादगीपूर्ण व्यवहार के लिए जाने जाने वाले संतोष गंगवार राज्यपाल बनने के बाद भी वैसे ही दिखाई दिए। भाषण के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से बड़े विनम्र भाव से किसी भी गलती के लिए क्षमा मांगी और उन्हें स्नेह देने के लिए आभार भी जताया।
बधाई देने वालों का लगा तांता
संतोष गंगवार को शनिवार देर रात से ही बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। रविवार सुबह से शाम तक उनके आवास पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। फोन पर भी कई बड़े नेताओं ने शुभकामनाएं दी। दूसरे राज्यों के राजनेताओं ने भी शुभकामनाएं दीं।
किनारा करने वालों में फोटो खिंचाने की दिखी होड़
कहते हैं कि समय बड़ा बलवान होता है। आठ बार सांसद रहे संतोष गंगवार का लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद मौकापरस्ती की राजनीति करने वालों ने उनसे दूरी बना ली थी लेकिन अब उनके लिए वह फिर खास हो गए। रविवार को ऐसे कई लोग उनके साथ फोटो खिंचाने की होड़ करते दिखे। इससे पहले पिछले महीने पार्टी कार्यालय पर हुए एक कार्यक्रम में बैनर पर उनकी फोटो न लगाने का मामला पार्टी में चर्चा में रहा था। रविवार को फिर पार्टी कार्यालय पर वह घटना चर्चा में रही।
देर रात दिल्ली रवाना हुए संतोष, कल ले सकते हैं राज्यपाल के पद की शपथ
राज्यपाल बनाए जाने के बाद रविवार को संतोष गंगवार का का दिन बेहद व्यस्तता में गुजरा। सुबह से देर रात तक मिलने-मिलाने का दौर चलता रहा। इसके बाद देर रात वह दिल्ली रवाना हो गए जहां सोमवार को वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को वह राज्यपाल पद की शपथ ले सकते हैं। सर्किट हाउस में खुद उन्होंने ऐसा संकेत दिया।
बरेली वालों को रांची आने का न्योता
संतोष गंगवार ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बरेली वासियों को रांची आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि हमारे जिले के लिए साैभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इस काबिल समझा। अब तक सांसद के पद की जिम्मेदारी निभाई है, लेकिन राज्यपाल का पद अलग है। काम करने का तौर-तरीका भी अलग है। इसके लिए सभी की शुभकामनाएं चाहिए। पूरी क्षमता से काम करेंगे ताकि बरेली की प्रतिष्ठा बनी रहे।

उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों की स्थिति बेहतर होगी तो देश की प्रगति भी होगी। रांची के पिछले दौरे का हाल भी बताया। बोले, किसी के मन में कोई सुझाव हो तो दे सकता है। संतोष ने कहा कि पहले सोचा था कि कुछ बात करेंगे, लेकिन यह संवैधानिक पद है, इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कहना है।
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