सीएमओ से गुहार, करें ट्रांसफर-घट सकती है अप्रिय घटना, बाराबंकी में चिकित्सक ने लगाया गंभीर आरोप 

सीएमओ से गुहार, करें ट्रांसफर-घट सकती है अप्रिय घटना, बाराबंकी में चिकित्सक ने लगाया गंभीर आरोप 

हैदरगढ़/ बाराबंकी, अमृत विचार। एक वर्ष पूर्व अल्ट्रासाउंड के लिए हैदरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात किए गए डा. विश्वनाथ मद्धेशिया द्वारा अनाधिकृत बाहरी व्यक्तियों द्वारा बाहर की दवाएं जांच एवं मेडिको लीगल केस में अपने अनुरूप नियम विरुद्ध कार्य करने के दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर यहां से स्थानांतरण किए जाने की गुहार लगाई है।

डा. मद्धेशिया ने सीएमओ को भेजे गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि उन्हें एक वर्ष पूर्व हैदरगढ़ में अल्ट्रासाउंड एवं निश्चेतक कार्य के लिए तैनात किया गया था, लेकिन यहां पर उनसे ओपीडी इमरजेंसी एवं मेडिकोलीगल के अलावा अन्य कार्य भी लिया जाता है। अस्पताल में कार्यरत अनाधिकृत बाहरी व्यक्तियों द्वारा उन पर बाहर से दवाई और जांच लिखने तथा मेडिकोलीगल केस में अपनी सुविधा के अनुसार नियमों के विरुद्ध कार्य करने का अनैतिक दबाव बनाया जाता है। यह अनैतिक दबाव कोई आज की बात नहीं है। पिछले कई वर्षों से ऐसा चल रहा है। यही नहीं अनेकों प्रकार से राजकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की जाती है। इस संबंध में स्थानीय प्रशासन को अनेकों बार सूचना एवं कार्रवाई के लिए अवगत कराने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक अपनी सुरक्षा के लिए कई बार पुलिस प्रशासन की मदद लेनी पड़ी। मानसिक वेदना का शिकार होना पड़ रहा है। जिससे वह राजकीय कार्य सुचारू रूप से नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने अपने साथ अप्रिय घटना घटने की आशंका जताते हुए स्थानांतरण की गुहार लगाई है।

शिकायती पत्र ने खोली दलालों की पोल
बीते 20 जुलाई को अपने स्थानांतरण के लिए डाक्टर विश्वानाथ मद्धेशिया द्वारा भेजे गये पत्र पर भले ही आज तक कोई कार्रवाई न हुई हो, लेकिन डाक्टर के पत्र ने अस्पताल में चल रहे दलालों के रैकेट का पर्दाफाश जरुर करके रख दिया है। यहां पर चाहे ओपीडी का समय हो या फिर इमरजेंसी का समय दलालों को यहां पर बराबर मौजूद देखा जा सकता है।

वर्जन-
इस तरह से पत्र को वायरल कराना गलत है। विभाग में अगर किसी को कोई समस्या है, तो वह मुझसे आकर बताए। फिलहाल सीएचसी अधीक्षक व डा. विश्वनाथ मद्धेशिया को बुलाकर प्रकरण को सुलझा दिया गया है। अगर भविष्य में डाक्टर द्वारा शासन की नियमावली के विरुद्ध कोई कार्य किया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। -डा. अवधेश कुमार यादव, सीएमओ।

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