हल्द्वानी: एटीएस की गुंडागर्दी व अवैध वसूली के विरूद्ध यूनियनों ने खोला मोर्चा

हल्द्वानी: एटीएस की गुंडागर्दी व अवैध वसूली के विरूद्ध यूनियनों ने खोला मोर्चा

हल्द्वानी, अमृत विचार। परिवहन विभाग के निजी फिटनेस सेंटर में गुंडागर्दी, मनमानी और अवैध वसूली चल रही है।  उत्तराखंड देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ के समर्थन में गुरुवार को विभिन्न यूनियनों ने बेलबाबा स्थित एटीएस ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन  और आरटीओ कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया।

बीते बुधवार को एटीएस में दो वाहन स्वामियों के साथ मारपीट हुई थी और उन्हें दो घंटे बंधक बनाया गया था जिसके बाद ट्रक ऑनर्स महासंघ सहित विभिन्न यूनियनों ने वहां नारेबाजी और प्रदर्शन किया। इस संबंध में एटीएस के खिलाफ कार्रवाई किये जाने को लेकर गुरुवार को भी महासंघ ने एटीएस और आरटीओ कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया।  यहां उन्होंने नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए एटीएस कर्मचारियों पर अवैध वसूली और मारपीट का आरोप लगाया।

महासंघ के समर्थन में विभिन्न यूनियनें गुरुवार को सुबह 11 बजे एटीएस पहुंची और नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू किया। मौके पर एआरटीओ बीके सिंह और कोतवाल उमेश मलिक पहुंचे। एआरटीओ बीके सिंह ने उन्हें समझाया। इसके बाद वे आरटीओ कार्यालय पहुंच गए और वहां प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।  

उन्होंने एटीएस को बंद करने और पहले की तरह परिवहन विभाग की ओर से गाड़ियों की फिटनेस कराने की मांग की। साथ ही मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन और गाड़ियां खड़ी कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। कहा कि विभाग की ओर से 24 घंटे के भीतर एटीएस को बंद नहीं किया गया तो सभी वाहन संचालक वाहनों का संचालन बंद करने को मजबूर होंगे।

उनके समर्थन में गौला संघर्ष समिति, केमू, टैक्सी यूनियन, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल और कांग्रेस महासंघ के अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट आगे आए हैं। इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष राकेश जोशी, टैक्सी यूनियन से किशन पांडे, मनोज भट्ट, महेश पांडे, ऑटो यूनियन के केदार पलड़िया, कांग्रेस नेता हरीश पनेरू आदि मौजूद रहे। 

आरटीओ संदीप सैनी को दिया ज्ञापन
प्रदर्शन करने के बाद महासंघ सहित अन्य यूनियनों के पदाधिकारियों ने आरटीओ संदीप सैनी से मुलाकात की। उन्होंने यहां भी एटीएस को बंद करने और पहले की तरह विभाग की ओर से फिटनेस कराने की मांग की। जिस पर संदीप सैनी ने कहा कि परिवहन आयुक्त स्तर से ही इस संबंध में निर्णय लिया जा सकता है और उनको ही कार्रवाई का अधिकार है। कहा कि उन्होंने विभाग के उच्च अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया है। टैक्सी यूनियन ने कहा कि  जिले का पंजीकरण होने के बाद भी वह अपने वाहन का संचालन नैनीताल शहर में नहीं कर सकते हैं। उन्होंने नैनीताल में प्रवेश की अनुमति देने की मांग भी की।  

सरकारी फीस 1460, 15 हजार रुपये में हो रही फिटनेस
वाहन स्वामियों ने बताया कि एटीएस में फिटनेस की सरकारी फीस 1460 रुपये है लेकिन यहां  बाहर से फिटनेस का कार्य कराने के बाद भी वाहनों  को फेल किया जा रहा है और बाद में दलालों के जरिये 15 हजार रुपये लेकर उसी वाहन को पास कर दिया जा रहा है। वाहन स्वामियों ने कहा कि एटीएस में उनका उत्पीड़न हो रहा है। साथ ही फिटनेस नहीं कराने पर 50 रुपये प्रतिदिन की पेनाल्टी भी लगाई जा रही है जिसे बंद किया जाना चाहिए।