कासगंज: 100 जूनियर और 71 प्राथमिक विद्यालयों ने तीन माह में नहीं किया एक भी नामांकन

कासगंज: 100 जूनियर और 71 प्राथमिक विद्यालयों ने तीन माह में नहीं किया एक भी नामांकन
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कासगंज, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में नौनिहालों को बेहतर व्यवस्थाएं और सुविधाएं देने के लिए सरकार प्रयासरत है। नित नए प्रयास कर नौनिहालों के हौसलों को पंख लगाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार लापरवाह बने हुए हैं।

इसका प्रमाण जांच में सामने आया है। जब जिले के 171 स्कूल सरकार के मंशा के विपरीत कार्य करते दिखाई दिए हैं। अब इन स्कूलों के जिम्मेदारों पर तलावार लटक गई है और बीएसए ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही कड़ी चेतावनी दी है। 

बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रेरणा पोर्टल पर नवीन विद्यार्थियों के नामांकन की समीक्षा की तो बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। समीक्षा में पाया गया है कि जिले के 100 जूनियर एवं 71 प्राथमिक विद्यालयों ने तीन माह बीत जाने पर अपने विद्यालयों में नवीन नामांकन नहीं किए हैं।

स्कूल चलो अभियान के अनुसार नवीन नामांकन के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। इसे बेसिक शिक्षा विभाग ने घोर लापरवाही मानी है और यह भी माना है कि लापरवाह विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों ने हाउस होल्ड सर्वे भी नहीं किया है। यह भी एक चिंता और निराशाजनक स्थिति है। इसके लिए भी संबंधित विभाग के शिक्षक के जिम्मेदार हैं। बीएसए ने लापरवाह शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है। 

प्रधानध्यापक के साथ अन्य स्टाफ भी जिम्मेदार 
बीएसए ने स्पष्ट किया है कि प्रधानध्यापक और इंचार्ज प्रधानध्यापक ही नहीं बल्कि इस लापरवाही के लिए विद्यालय सभी स्टाफ उत्तरदायी है। क्योंकि बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अनुसार बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने का मौलिक अधिकार है। शिक्षक और शिक्षामित्रों की नियुक्ति शिक्षा के अधिकार को प्रदत्त करने के लिए की गई है, लेकिन यह लापरवाही हुई है। इसलिए सभी जिम्मेदारों पर कार्यवाही होगी। 

आंकड़े की नजर से: 
-1243 स्कूल हैं जिले में 
-71 ग्रामीण और नगर क्षेत्र के विद्यालयों ने दिखाई लापरवाही 
-100 जूनियर स्कूल बने रहे लापरवाह 

नवीन नामांकन करने में जिम्मेदारों ने लापरवाही की है। समय से नामांकन नहीं किए। तीन माह बीत जाने के बावजूद भी जिले के 171 स्कूलों में कोई भी नवीन नामांकन नहीं किया है। संबंधितों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। -सूर्य प्रताप सिंह, बीएसए