लखनऊः नहीं करनी होगी शुरू से पढ़ाई, एनईपी ने बदला पठन-पाठन का तरीक

लखनऊः नहीं करनी होगी शुरू से पढ़ाई, एनईपी ने बदला पठन-पाठन का तरीक

लखनऊ, अमृत विचार: स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही अच्छी खबर है, जो स्टूडेंट्स किसी न किसी वजह से पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं। जिसकी वजह से उन्हें शुरू से उस सत्र की पढ़ाई करनी पड़ती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। छात्र अपने उसी सत्र को आगे बढ़ा सकेंगे, जहां उसने अपनी पढ़ाई छोड़ी थी। सिर्फ यही नहीं लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को मनचाहे संस्थानों में पठन-पाठन के लिए अपना तबादला भी करा सकेगा। बहु-प्रवेश समेत तमाम सुविधाएं राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत छात्रों को मिलने जा रही हैं।

लखनऊ विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक प्रो. गीतांजलि मिश्रा बताती हैं कि एनईपी 2020 के तहत विश्वविद्यालय छात्रों को जो सुविधाएं मिलने जा रही हैं वह पठन-पाठन की दृष्टि से काफी अहम हैं। छात्र दोबारा शून्य से पढ़ाई आरंभ नहीं करनी पड़ेगी। क्योंकि विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों को दोबारा उसी सत्र में अवसर देगा। दरअसल, प्रत्येक वर्ष हर पाठ्यक्रमों में कई सीटें खाली रहती हैं। यदि किसी संबद्ध कॉलेज का छात्र चाहता है कि वो विश्वविद्यालय अथवा विवि से संबद्ध किसी दूसरे संस्थान में अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करे, तो उसको शैक्षणिक योग्यता के आधार पर वरीयता दी जाएगी। गैर राज्यों में अध्ययनरत छात्रों के लिए भी विवि सुविधाएं देने जा रहा है।

बहु-प्रवेश का लाभ देने वाला पहला विश्वविद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रों को बहु-प्रवेश का लाभ देने जा रहा है। डीन एकेडमिक का कहना है कि बहुविकल्प की सुविधा देने वाला ये पहला राज्य विश्वविद्यालय है। लखनऊ विश्वविद्यालय में बहु- प्रवेश विकल्प की सुविधा नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में आरंभ कर दी गई है। विश्वविद्यालय ने वर्ष 2021 में सबसे पहले स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की शुरुआत की थी। वर्तमान में एनईपी के तहत आरंभ होने वाले नए सत्र में विवि बहु-प्रवेश की सुविधा भी देने जा रहा है। इसमें एक ही कार्यक्रम या एक अलग प्रोग्राम में फिर से प्रवेश करने का प्रावधान शामिल किया गया है। छात्रों को प्रासंगिक डिप्लोमा, उन्नत डिप्लोमा, डिग्री या ऑनर्स डिग्री के साथ किसी भी समय पाठ्यक्रम से बाहर निकलने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। छात्रों की सहूलियत को बढ़ाने के लिए की जाने वाली पहल के लिए नौ सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।

नहीं हुई सीट आवंटित, तो पैसे वापस
यूजीईटी 2024 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को लेकर प्रवेश समन्वयक ने सूचना जारी की है। प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर के मुताबिक च्वाइस फिलिंग करने से पहले वेबसाइट पर उससे संबंधित चीजें पढ़नी होंगी। यदि किसी अभ्यर्थी को उसके द्वारा दिए विकल्पों के आधार सीट आवंटित नहीं होती है, तो उनके द्वारा जमा की गई धनराशि वापस कर दी जाएगी। मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थियों को च्वाइस फिलिंग में बदलने का अवसर भी प्रदान होगा। इसमें अभ्यर्थी अपने दिये गए विकल्पों को पुन: निर्धारित कर सकते हैं।

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